कोविड-19 और वैक्सीन को लेकर राहुल गांधी ने केन्द्र सरकार पर निशाना साधा!

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कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर तत्काल कोविड-19 की वैक्सीन का निर्यात रोकने की मांग की है।

जागरण डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, उन्होंने साथ ही कहा कि देश में हर किसी को टीका लगना चाहिए, जिसे इसकी जरूरत है।

साथ ही राहुल ने राज्य सरकारों को और वैक्सीन हासिल करने और उनके वितरण का अधिकार देने की भी जरूरत बताई है।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी से वैक्सीन के आपूर्तिकर्ताओं को उत्पादन बढ़ाने के लिए आवश्यक संसाधन मुहैया कराने की अपील की है।

साथ ही कोविड-19 से बचाव के टीकों के निर्यात पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने को भी कहा है। उन्होंने कहा कि नियम और कायदों के तहत अन्य वैक्सीनों को भी जल्द से जल्द मंजूरी दी जाए।

ताकि जिस किसी को भी इसकी जरूरत है, वह उसे मिले। गांधी ने प्रधानमंत्री से केंद्र की मौजूदा 35,000 करोड़ के वैक्सीन की खरीद को दोगुना करने की मांग करते हुए कहा कि वैक्सीन की खरीद और वितरण में राज्य सरकारों की भूमिका और हिस्सेदारी को बढ़ाया जाए।

राहुल ने सरकार की बड़े पैमाने पर वैक्सीन के निर्यात करने की नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब हमारे देश में वैक्सीन की भारी कमी है तो ऐसे समय में वैक्सीन की छह करोड़ से अधिक खुराक को निर्यात क्यों कर दिया गया है।

उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकारें लगातार वैक्सीन की किल्लत महसूस कर रही हैं। लेकिन बदले में उन्हें केवल केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के दुर्भावनापूर्ण बयान मिल रहे हैं।

उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री पर संघवाद थोपने का आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष शासित राज्यों के साथ भेदभाव और असहयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि टीकाकरण अभियान मंथर गति से चल रहा है।

उन्होंने दावा किया कि मौजूदा रफ्तार से 75 फीसद आबादी के टीकाकरण में सालों लग जाएंगे। इसका बहुत ही भयानक असर होगा और हमारी अर्थव्यवस्था तबाह हो जाएगी।