बांग्लादेश ने शनिवार को कहा कि वैसे तो भारत का कहना है कि राष्ट्रीय नागरिक पंजी देश का आंतरिक मामला है लेकिन असम में उससे जुड़े घटनाक्रम पर नजर रखे हुए हैं।
बांग्लादेश के विदेश सचिव शहिदुल हक ने बताया कि प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता के दौरान यह मुद्दा उठाया था। उन्होंने एनआरसी की पूरी प्रक्रिया समझायी।
We were told NRC India's internal issue: Bangladesh https://t.co/RMjzY3U8tS
— Mint (@livemint) October 5, 2019
शहिदुल हक ने कहा, ‘‘हमें बताया गया है कि यह भारत का आंतरिक मुद्दा है। हमारा संबंध अभी अपनी सर्वोच्च ऊंचाई पर है। लेकिन साथ ही हम अपने आंखें खुली रखे हुए हैं।’’
काफी समय से लंबित बीबीआईएन मोटर वाहन समझौते के बारे में हक ने संकेत दिया कि अगर भूटान इसका हिस्सा नहीं बनता तो भारत, नेपाल और बांग्लादेश इस पर हस्ताक्षर करेंगे।
In their second meeting in 10 days, Bangladesh PM Sheikh Hasina reiterated her concern over the ramifications that the NRC process in Assam would have for her country.https://t.co/yLUbLg7yF0
— The Wire (@thewire_in) October 6, 2019
इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट कॉम के अनुसार, बांग्लादेश-भूटान-भारत-नेपाल (बीबीआईएन) मोटर वाहन समझौते का लक्ष्य चारों देशों के बीच परिवहन को बेहतर बनाना है।
असम से अवैध बांग्लादेशियों को प्रत्यर्पित करने संबंधी गृहमंत्री अमित शाह के बयान के संबंध में सवाल करने पर विदेश सचिव हक ने कहा, ‘‘इस स्तर पर अभी हमें राई का पहाड़ नहीं बनाना चाहिए और हमें इंतजार करना चाहिए।’’
Bangladesh raises NRC issue with PM @narendramodi, told it’s India’s internal matterhttps://t.co/PAnMTAmkMn
(@Rezhasan reports) pic.twitter.com/czxNkdpH3e
— Hindustan Times (@htTweets) October 5, 2019
सरकारी सूत्रों का कहना है कि भारतीय पक्ष ने हसीना को बताया है कि एनआरसी का प्रकाशन अदालत की निगरानी में संपन्न हुई प्रक्रिया है और अभी इसका अंतिम रूप सामने आना बाकी है। हक का कहना है कि बांग्लादेश अभी इसे लेकर चिंतित नहीं है।