जामिया निज़ामिया हैदराबाद ने मुसलमानों से रमज़ान के महीने में घर में तरावीह की नमाज़ अदा करने की अपील की। इस्लामिक विचार के सभी स्कूलों के उलेमा और मुफ्ती देशव्यापी तालाबंदी के कारण इस अपील के साथ सामने आए हैं। 25 अप्रैल से शुरू होने वाले रमजान के महीने के लिए मुस्लिम समाज के धर्मगुरुओं, आलिमों ने लॉकडाउन के चलते मस्जिदों की बजाय घरों में ही तरावीह पढ़ने और विशेष नमाज अता करने की अपील करनी शुरू कर दी है।
जामिया निज़ामिया का बयान
जामिया निजामिया द्वारा जारी किए गए बयान में मुसलमानों को इफ्तार के लिए मस्जिदों में न जाने के लिए कहा गया। मुस्लिम समुदाय से इफ्तार पार्टियों की मेजबानी के बजाय गरीब और जरूरतमंद व्यक्तियों की मदद करने का भी अनुरोध किया गया है । लोगों से सरकार द्वारा जारी निर्देशों का पालन करने की अपील करते हुए, उन्होंने सभी से लॉकडाउन दिशानिर्देशों का पालन करने के लिए कहा।
मुसलमानों को इज्तेमाओं को रखने से बचना चाहिए
उन्होंने यह स्पष्ट किया कि मुसलमान घर पर रहते हुए तरावीह की नमाज़ अदा करेंगे, रोज़ा रखेंगे। बयान में कहा गया है कि मुसलमानों को तरावीह के लिए इज्तेमा (सभा) आयोजित करने से बचना चाहिए।
In a statement from Jamia Nizamia, Hyderabad Muftis & Ulemas of all Schools of Thought have appealed that taraweeh be offered at home during the coming month of #Ramzan. Of course, these guidelines do not just apply to Telangana & AP, they are to be strictly followed across India pic.twitter.com/j5MGuhqX3b
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) April 16, 2020
जामिया निजामिया के बयान को साझा करते हुए हैदराबाद के सांसद और एआईएमआईएम अध्यक्ष ओवैसी ने लिखा कि ये दिशा-निर्देश सिर्फ तेलंगाना और एपी राज्यों पर लागू नहीं होते हैं, पूरे भारत में उनका सख्ती से पालन किया जाना है।