टू-स्टेट समाधान को मानने के सिवा इजरायल के पास कोई विकल्प नहीं- फलस्तीन

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स्वशासित फ़िलिस्तीन के प्रधान मंत्री मोहम्मद अश्तिया ने कहा है कि इस्राईली शासन अगर टू-स्टेट समाधान का समर्थन नहीं करता है तो उसकी डेमोग्रेफ़िक मौत हो जाएगी।

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, उन्होंने मंगलवार को रामल्ला में सोशलिस्ट इंटरनैश्नल ऑर्गनाइज़ेशन की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि इस समय इस्राईल के सामने बड़ी चुनौती है या वह टू-स्टेट के गठन पर आधारित समाधान को स्वीकार करे या फिर जनांकिकीय मौत का सामना करे।

उन्होंने कहा कि इस समय पश्चिमी तट और भूमध्यसागर के बीच में फ़िलिस्तीनियों की कुल आबादी अतिग्रहित इलाक़ों की आबादी से ज़्यादा है। उन्होंने कहा कि इस समय पश्चिमी तट और ग़ज़्ज़ा पट्टी में फ़िलिस्तीनियों की कुल आबादी 68 लाख है जबकि कुल इस्राईली 66 लाख हैं।

मोहम्मद अश्तिया ने कहा कि 1948 के बाद पहली बार है जब जनांकिकीय संतुलन फ़िलस्तीनियों के हित में झुका है। उन्होंने कहा कि इस समय फ़िलिस्तीनी 2 लाख ज़्यादा हैं। फ़िलिस्तीनी प्रधान मंत्री ने बल दिया कि इस्राईल को टू-स्टेट समाधान या व्यवहारिक रूप से मौजूउ नस्लभेदी शासन के बीच किसी एक को चुनना होगा।