JEE परीक्षा में छात्रों की उपस्थिति को लेकर शिक्षा मंत्री ने दिया बड़ा बयान.

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कोरोना संकट के बीच विपक्षी दलों और कई राज्यों की ओर से JEE और NEET की परीक्षाएं स्थगित करने की मांग की गई थी लेकिन सुप्रीम कोर्ट की अनुमति मिलने के बाद केंद्र सरकार इसे पूर्व निर्धारित समय पर करा रही है। 

 

केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉक्टर रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि पिछले 3 दिनों में छात्रों की उपस्थिति दिल को छू लेने वाली है।

 

 

केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉक्टर रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्वीट कर कहा, ‘यहां JEE Main के लिए पिछले 3 दिनों की उपस्थिति है। कोरोना महामारी के बावजूद आत्मनिर्भर भारत बनाने के इस यज्ञ में शामिल होने वाले छात्रों को देखना दिल छू लेने वाला है।

 

मैं सभी मुख्यमंत्रियों को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देता हूं जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि छात्रों का करियर प्रभावित न हो।

 

शिक्षा मंत्री ने ट्वीट के जरिए बताया कि 1 सितंबर से शुरू हुई JEE मेन की परीक्षा में छात्रों की भागीदारी बढ़ती जा रही है।

 

1 सितंबर को 2 पालियों में हुई परीक्षा में 112,247 छात्र रजिस्टर्ड थे जिसमें 61,366 छात्र सम्मिलित हुए जो 54.67 फीसदी रहा। 2 सितंबर को 174,350 रजिस्टर्ड छात्रों में 141,372 छात्र परीक्षा में शामिल हुए जो कुल छात्रों का 81.08 फीसदी रहा।

 

 

पोखरियाल की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार 3 सितंबर को सबसे ज्यादा छात्रों ने परीक्षा दी। आज गुरुवार को परीक्षा के लिए 171,924 छात्र रजिस्टर्ड थे जिसमें 82.14 फीसदी यानी 141,220 छात्र शामिल हुए।

 

हालांकि परीक्षा को लेकर विरोध करने वाली पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर केंद्र पर आरोप लगाया।

 

उन्होंने कहा कि मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन के लिए कराई जा रही प्रवेश परीक्षाओं में बंगाल के 75 प्रतिशत अभ्यर्थी भाग नहीं ले पा रहे।

 

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार को घेरते हुए दावा किया कि मंगलवार को हुई JEE की परीक्षा में पश्चिम बंगाल के महज 25 प्रतिशत अभ्यर्थी ही शामिल हो सके और इसके लिए केंद्र सरकार का ‘अहंकार’ जिम्मेदार है।

 

मंगलवार को सिर्फ 1,167 बच्चों ने परीक्षा दी जबकि कुल 4,652 अभ्यर्थियों को इस परीक्षा में शामिल होना था।

 

साभार- आज तक