असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट करते हुए कहा है कि इजराइल के सिक्योरिटी फर्म्स पर सरकार की सख्त निगरानी रहती है।
Israeli security firms are governed by stringent oversight of the Israeli govt. The govt’s nominees sit in these firms’ Boards.
This love between @PMOIndia & Netanyahu seems to have also been One Sided, since the Israeli govt doesn’t seem to be assisting us in any way https://t.co/3Ntu3Dbp1W
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) November 1, 2019
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने व्हाट्सएप की प्राइवेसी में सेंध पर बड़ा हमला बोलते हुए केंद्र सरकार को घेरा है।
न्यूज़ ट्रैक पर छपी खबर के अनुसार, ओवैसी ने कहा कि नागरिकों की प्राइवेसी की सुरक्षा सरकार की जिम्मेदारी है। असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट करते हुए कहा है कि इजराइल के सिक्योरिटी फर्म्स पर सरकार की सख्त निगरानी रहती है।
Is SIGNAL safe or it can also be ….:.by Supreme Leaders ?
Pegasus spyware can target up to 50 phones at once https://t.co/AzUcnVPgbB— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) November 2, 2019
उन्होंने कहा कि ऐसे बोर्ड्स और फर्म्स में सरकार के प्रतिनिधि बैठते हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय और बेंजामिन नेतन्याहू के बीच प्यार एक तरफा दिखाई दे रहा है।
Also @rsprasad is it true that, 5 service providers are reported to have bought Pegasus.
Would you consider filing an FIR against Whatsapp to investigate further? Will you name the service providers so that an FIR can be registered against them?
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) November 1, 2019
इजराइली सरकार हमारी सहायता करने नहीं जा रही है। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री रविशंकर प्रसाद को टैग करते हुए एक अन्य ट्वीट में ओवैसी ने लिखा कि आपने कहा था कि आप एक संवेदनशील शख्स हैं।
आप आर्थिक मंदी और बॉक्स ऑफिस कलेक्शन के बयान को वापस ले चुके हैं। इसलिए पूरी सवेंदनशीलता के साथ मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि क्या हो रहा है। इस पूरे मामले में सरकार की जानकारी और शामिल होने की हद क्या है?
एक अन्य ट्वीट में ओवैसी ने लिखा है कि, जेंटल रिमाइंडर, गोपनीयता एक मूलभूत अधिकार है। यह आपकी जिम्मेदारी है इसे प्रोटेक्ट करें, गोपनीयता के अधिकार का उल्लंघन न होने पाए।