हैदराबाद से सांसद ने कहा, ‘‘ मॉब लिंचिंग पीड़ित भारतीय हैं। मॉब लिंचिंग के दोषियों को किसने माला पहनाई थी, किसने उन्हें तिरंगे में लपेटा था। हमारे पास गोडसे प्रेमी भाजपा सांसद हैं।’’
The victims were Indians. Who garlanded convicts? Who draped them in 🇮🇳? We’ve a Godse loving BJP MP.
There can’t be a bigger defamation of India than ideology that killed Gandhi/Tabrez. Bhagwat isn’t saying stop lynching, he’s saying ‘don’t call it that’https://t.co/hHsnH61PKA
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) October 8, 2019
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत के इस बयान की आलोचना की कि भीड़ हत्या (लिंचिंग) ‘पश्चिमी तरीका’ है और देश को बदनाम करने के लिए इसका भारत के परिप्रेक्ष्य में इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
The idea of Hindu Rashtra is based on Hindu supremacy. It means subjugation of anyone who isn’t Hindu. Minorities will only be ‘allowed’ to live in India
According to the Constitution we’re India i.e Bharat. Hindu Rashtra is a flight of fantasy borne out of insecurities https://t.co/dtmSQvetIf
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) October 9, 2019
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख ओवैसी ने कहा कि भीड़ हत्या के ‘पीड़ित भारतीय’ हैं और आरोप लगाया कि भागवत भीड़ हत्या रोकने के लिए नहीं कह रहे हैं।
@asadowaisi hits out at RSS chief Bhagwat’s ‘lynching’ comment https://t.co/eQEr5Enyyz via @thetribunechd
— The Tribune (@thetribunechd) October 8, 2019
हैदराबाद से सांसद ने कहा, ‘‘ (भीड़ हत्या के) पीड़ित भारतीय हैं। (भीड़ हत्या के) दोषियों को किसने माला पहनाई थी, किसने उन्हें (तिरंगे में) लपेटा था। हमारे पास गोडसे प्रेमी भाजपा सांसद हैं।’’
इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट कॉम के अनुसार, ओवैसी ने ट्वीट किया कि गांधी और तबरेज़ अंसारी की हत्या जिस विचारधारा ने की उसकी तुलना में भारत की बड़ी बदनामी और कोई कुछ नहीं हो सकती। भागवत भीड़ हत्या रोकने के लिए नहीं कह रहे हैं। वह कह रहे हैं कि इसे वो (लिंचिंग) मत कहो।
गौरतलब है कि नागपुर में मंगलवार सुबह आरएसएस की विजयादशमी रैली को संबोधित करते हुए भागवत ने कहा कि भारतीय परिप्रेक्ष्य में लिंचिंग शब्द का इस्तेमाल करना गलत है। यह शब्द भारत को बदनाम करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।