JNU कैंपस में रविवा हुई हिंसा ने अब राजनीतिक रूप ले लिया है। एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने हिंसा के सहारे भाजपा सरकार पर हमला बोल दिया है।
इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, ओवैसी ने इस हिंसा के लिए सीधे सीधे सरकार को जिम्मेदार बताया है और कहा है कि सरकार कब तक इन गुंडों को संरक्षण देती रहेगी।
‘Who feels threatened by voice of students?’: Asaduddin Owaisi’s AIMIM on JNU violencehttps://t.co/HRB0mtx78c
— Hindustan Times (@HindustanTimes) January 6, 2020
ओवैसी ने पूछा कि नकाबपोश जेएनयू में पहुंचे कैसे और क्यों पुलिस उन पर काबू नहीं कर पाई।
A Owaisi: I condemn this violence. There is no doubt these ppl were given the green signal by the powers that be. They had covered their faces in a cowardly way and were allowed to enter JNU with rods&sticks.Worst is there is a video which shows Police allowed them safe passage pic.twitter.com/P70lSm7xjh
— ANI (@ANI) January 6, 2020
ओवैसी ने जेएनयू मामले पर बोलते हुए कहा कि चेहरा छिपा कर तोड़फोड़ और हिंसा करने वाले बुजदिल हैं। इस मामले की कड़े शब्दों में निंदा करनी चाहिए।
In solidarity with the brave students of JNU
This cruel attack is meant to ‘punish’ JNU students because they dared to stand up
It’s so bad that even Union Ministers are tweeting helplessly. Modi Sarkar must answer why cops are siding with goons https://t.co/H0kRQyy6a8
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) January 5, 2020
सरकार को जेएनयू की लड़कियों की चीख सुननी चाहिए। यह बड़े अफसोस की बात है भारत की राजधानी में इस प्रकार की गंदी हरकत की जाती है और डेढ़ घंटे तक पुलिस हरकत में नहीं आती है।
नकाबपोश लोग लगातार होस्टल में इस प्रकार की गंदी हरकत करते हैं। दहशत का माहौल डेढ़ घंटे तक पैदा करते हैं। लेकिन सरकार कुछ नहीं करती है। होस्टल में बंद छात्राएं चीख रही थीं, सरकार को इन चीखों को सुनना चाहिए था।
उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया कि कब तक बीजेपी इस प्रकार के गुंडो को बचाती रहेगी।
दिल्ली की पुलिस केंद्र को रिपोर्ट करती है। जामिया में हुई हिंसा से आपने कोई सबक नहीं लिया। आम लोगों के साथ मारपीट होती है। जो प्रोटेस्ट करने जाते हैं उन्हें मारापीटा जाता है।