इज़राइल को लेकर तुर्की और पाकिस्तान का आया बड़ा बयान, अमेरिका को जिम्मेदार माना!

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पाकिस्तान ने भी कहा है कि जार्डन नदी के पश्चिमी किनारे पर ज़ायोनी कालोनियों का निर्माण ग़ैर कानूनी और अंतरराष्ट्रीय कानूनों के खिलाफ है।

पार्स टुडे डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, तुर्की ने फ़िलिस्तीनियों के मकानों को ध्वस्त करने और अवैध अधिकृत फिलिस्तीनी भूमियों में ज़ायोनी कालोनियों के निर्माण पर आधारित अमेरिकी समर्थन को अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन बताया है।

समाचार एजेन्सी स्पूतनिक की रिपोर्ट के अनुसार एक तुर्क सांसद हसन तूरान ने अतिग्रहणकारी इस्राईल के समर्थन में अमेरिकी विदेशमंत्री माइक पोम्पियो के हालिया बयान की ओर संकेत किया और कहा कि क्षेत्र में अशांति का असली ज़िम्मेदार अमेरिका है क्योंकि वह अंतरराष्ट्रीय कानूनों के खिलाफ जायोनी सरकार की कार्यवाहियों का समर्थन करता है।

इसी प्रकार तुर्क सांसद ने बल देकर कहा कि पूरी तरह अमेरिकी दृष्टिकोण अस्वीकार्य है और अमेरिका क्षेत्र में इस्राईल के अवैध अतिग्रहण को वैधता प्रदान करके विश्व को संकट की ओर जा रहा है।

उन्होंने कहा कि इस प्रकार की नीति की वजह से इस्राईल फ़िलिस्तीनियों के खिलाफ अपराधों को जारी रखे हुए है और अंकारा विश्व समुदाय का आह्वान करता है कि वह अमेरिका के इस फैसले का विरोध करे और अपनी समरसता दिखाये।

ज्ञात रहे कि अमेरिकी विदेशमंत्री माइक पोम्पियो ने कहा है कि वाशिग्टन की दृष्टि से अब ज़ायोनी कालोनियों का निर्माण क़ानूनी है।

इसी बीच पाकिस्तान के विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने भी इस्लामाबाद में एक प्रेस कांफ्रेन्स में कहा कि जार्डन नदी के पश्चिमी किनारे पर ज़ायोनी कालोनियों का निर्माण ग़ैर कानूनी और अंतरराष्ट्रीय कानूनों के खिलाफ है।

पाकिस्तानी विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता ने इसी प्रकार नार्वे के एक शहर में पवित्र कुरआन के अनादर की भर्त्सना की और कहा कि मुसलमान हमेशा दूसरे धर्मों का सम्मान करते हैं और वे भी अपेक्षा रखते हैं कि दूसरे धर्मों के मानने वाले भी उनकी धार्मिक भावनाओं का सम्मान करेंगे।