संयुक्त राष्ट्र मानव अधिकार परिषद् का मुख्य सत्र सोमवार से प्रारंभ होने जा रहा है। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि पाकिस्तान इस बैठक में कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने का मुद्दा उठा सकता है।
खास खबर पर छपी खबर के अनुसार, पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने इस बात के संकेत दिए थे। इसको ध्यान में रखकर भारत ने भी पूरी तैयारी कर ली है। पाकिस्तान को इस मुद्दे पर किसी देश का समर्थन नहीं मिल सके।
भारत सरकार संयुक्त राष्ट्र महासभा, संयुक्त राष्ट्र मानव अधिकार परिषद्, यूरोपियन संसद और अमेरिकी कांग्रेस के साथ लगातार कूटनीतिक संपर्क में बने हुए हैं। अनुच्छेद 370 हटाने के मुद्दे पर पाकिस्तान के पक्ष में किसी देश का समर्थन नहीं मिले।
कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भारत के खिलाफ मोर्चाबंदी का अभियान छेड़ दिया है। जिनेवा में 9 से 27 सितंबर तक चलने वाले यूएनएचआरसी सत्र में कुरैशी अनुच्छेद 370 का मुद्दा उठा सकते हैं, इसलिए भारत ने इसके काउंटर करने की तैयारी पूरी कर ली है।
अनुच्छेद 370 के मुद्दे पर पाकिस्तान अगर कोई प्रस्ताव लाना चाहता है तो उसे यूएनएचआरसी की बैठक में 19 सितंबर से पहले लाना होगा। इसकी कोशिश अन्य देशों के साथ मोर्चेबंदी पर निर्भर करेगी कि इसमें वह कितना सफल हो पाता है।
हालांकि इसमें कामयाबी की गुंजाइश बहुत कम नजर आ रही है। क्योंकि लगभग सभी देशों ने अनुच्छेद 370 के मुद्दे को भारत का आंतरिक मामला बता दिया है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने पाकिस्तान के खिलाफ पूरी तैयारी कर ली है।