क्या इमरान ख़ान सरकार की मिलट्री तख्तापलट करने की कोशिश की जा रही है?
पाकिस्तान में जम्मू-कश्मीर के मसले पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के हाथों कूटनीतिक हार झेलने के बाद वहां तख्तापलट को लेकर चर्चा तेज हो गई हैं।
क्योंकि पाकिस्तानी सेना के प्रमुख कमर बाजवा ने वर्दी खोलकर देश के बड़े व्यापारियों के साथ बैठक की। इसके बाद से ही ये चर्चा का विषय बन गई है। वर्तमान में पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था की बुरी हालात से गुजर रही है।
Pakistan staring at military coup, Army Chief meets business leaders, PM Imran Khan missing https://t.co/lcN4FT9RUz
— Zee News English (@ZeeNewsEnglish) October 3, 2019
खास खबर पर छपी खबर के अनुसार, पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता आसिफ गफूर ने बैठक की जानकारी देते हुए प्रेस नोट जारी किया। इसमें बताया गया कि पाकिस्तान की आंतरिक सुरक्षा उसके बिजनेस से जुड़ी है, इसी वजह से आज सेना प्रमुख ने देश के बड़े व्यापारियों के साथ बैठक की।
पाकिस्तानी मीडिया में इस बात की अटकलें तेज हैं कि पाकिस्तान के बड़े बिजनेसमैन इमरान खान की नीतियों से परेशान चल रहे हैं, इसी वजह से अब कमर बाजवा ने उनकी परेशानी जानने का प्रयास किया है।
In the closed-door meetings with businessmen, the army chief discussed the country’s current account deficit, the problem of corruption and slowing foreign direct investment, the people familiar with the interactions said.https://t.co/kngEsurQPo
— Financial Express (@FinancialXpress) October 4, 2019
आपको बताते जाए कि कमर बाजवा अक्सर सेना की वर्दी में ही नज़र आते हैं लेकिन यहां वह वर्दी नहीं बल्कि सूट-बूट में बैठक करते नज़र आए। लेकिन इस बैठक के बाद पाकिस्तान में तख्तापलट की बातें चल निकली है।
मीडिया चैनल में एक्सपर्ट भी इस बात को रख रहे हैं कि पाकिस्तान में अब लोग नए विकल्प को ढूंढ रहे हैं लेकिन सेना से बड़ा विकल्प कोई नहीं है।
ऐसे में अब तख्तापलट ही सबसे बड़ा रास्ता है। आपको बताते जाए कि इससे पहले भी पाकिस्तान में सेना तख्तापलट कर चुकी है। फिर चाहे वो 1958, 1969, 1977 और 1999 ही क्यों ना हो। पाकिस्तान की जनता में भी सरकार के खिलाफ नाराजगी है।