फलस्‍तीनीयों के घरों को जबरन तोड़ने के लिए पुरी दुनिया में इज़राइल की आलोचना!

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फ़िलिस्तीनियों के घरों को ध्वस्त करने पर हिज़बुल्लाह ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। लेबनान के इस्लामी प्रतिरोध आन्दोलन हिज़बुल्लाह ने ज़ायोनी शासन के हाथों फ़िलिस्तीनियों के घर तोड़े जाने पर अपनी प्रतिक्रिया में इसकी कड़ी निंदा की है।

हिज़बुल्लाह का कहना है कि यह फ़िलिस्तीनियों को पलायन के लिए विश्व करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। हिज़बुल्लाह ने एक बयान जारी करके फ़िलिस्तीनियों को पलायन करने पर विवश करने की इस्राईली नीति की निंदा करते हुए कहा है कि इस्राईल के साथ संबन्ध सामान्य करने की नीति विफल रहेगी।

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, एमनेस्टी इंटरनेश्नल ने भी इस्राईल के इस काम का कोई तर्क नहीं है। एमनेस्टी इंटरनैश्नल के अनुसार इस्राईलियों का यह काम वास्तव में फ़िलिस्तीनियों को उनकी मातृभूमि से पलायन के लिए विवश करने के उद्देश्य से है।

इससे पहले यूरोपीय संघ भी इस्राईल द्वारा कालोनी निर्माण के कार्य को अवैध बता चुका है। ओआईसी, क़तर, जार्डन और फ़िलिस्तीनी प्रशासन सब ही ने इस्राईल की इस कार्यवाही का विरोध करते हुए इसकी भर्त्सना की है।

ज्ञात रहे कि सोमवार को इस्राईल सैनिकों ने अवैध अधिकृत फ़िलिस्तीन के दक्षिण पूर्वी क्षेत्र वादी अलहुम्स में कई फ़िलिस्तीनियों के घरों को बुल्डोज़र से गिरा दिया। इस्राईली सैनिक पहले फ़िलिस्तीनियों के घरों में घुसे और वहां मौजूद लोगों को बलपूर्वक उनके घरों से निकाल दिया और बाद में उनके घरों को बुल्डोज़रों से तोड़ दिया।