देश में कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। भारत में कोरोना वायरस से 31 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हैं वहीं, अब तक 57 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
इंडिया डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, इस बीच कोरोना की वैक्सीन (Covid-19 Vaccine) को लेकर तमाम तरह के शोध जारी हैं। देश में तीन-तीन वैक्सीन टेस्ट चरण में है और उम्मीद की जा रही है कि इस साल के अंत तक भारत में कोरोना वायरस वैक्सीन बनकर तैयार हो जाएगी।
इस बीच पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII), ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय (Oxford University) द्वारा विकसित संभावित कोविड-19 टीके (Coronavirus Vaccine) का दूसरे चरण का मानव क्लीनिकल परीक्षण (Phase 2 Trial) मंगलवार आज से शुरू होगा।
सूत्रों ने बताया कि ‘कोविशील्ड’ की सुरक्षा और प्रतिरोधक क्षमता जांचने के लिए पुणे स्थित भारती विद्यापीठ चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में स्वस्थ वयस्क भारतीयों पर नियंत्रित अध्ययन किया जाएगा।
बता दें कि ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा ब्रिटिश-स्वीडिश कंपनी एस्ट्राजेनिका के लिए विकसित संभावित कोविड-19 टीके (Corona Vaccine) के उत्पादन में एसआईआई साझेदारी कर रहा है।
एसआईआई में सरकार एवं विनियामक मामलों के अतिरिक्त निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने कहा, ‘हमें केंद्रीय औषधि मानक एवं नियंत्रण संगठन से सभी मंजूरी मिल गई है।
हम 25 अगस्त से भारती विद्यापीठ चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में मानव क्लीनिकल परीक्षण शुरू करने जा रहे हैं।
उधर, स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने दो दिन पहले कहा कि नोवल कोरोना वायरस के खिलाफ भारत का पहला टीका इस साल के अंत तक उपलब्ध हो सकता है।
डॉ. हर्षवर्धन ने दिल्ली के नजदीक गाजियाबाद में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) के 10 बिस्तरों के अस्थायी अस्पताल का उद्घाटन करते हुए कहा, ‘हमारे COVID-19 वैक्सीन उम्मीदवारों में से एक क्लिनिकल ट्रायल के तीसरे चरण में है।
हमें पूरा विश्वास है कि इस साल के अंत तक एक वैक्सीन विकसित हो जाएगी।