क्या कोविड-19 भारत में अभी चरम पर आना बाकी है?

,

   

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने कोरोना संक्रमण के फैलाव पर चिंता जाहिर की है। डॉक्टर गुलेरिया का दावा है कि कोरोना वायरस का पीक पर अभी नहीं आया है।

 

न्यूज़ ट्रैक पर छपी खबर के अनुसार, अलग-अलग राज्यों में विभिन्न समय पर कोरोना वायरस संक्रमण के केस बढ़ सकते हैं।

 

कम्युनिटी ट्रांसफर पर एम्स के निदेशक ने कहा कि दिल्ली-मुंबई में कुछ इलाके हॉटस्पॉट हैं। उन्हीं क्षेत्रों में हम कह सकते हैं कि लोकल ट्रांसमिशन हो रहा है।

 

पूरे देश में ऐसे हालात नजर नहीं आ रहे है। 10 से 12 ऐसे शहर हैं, जहां पर लोकल ट्रांसमिशन की संभावना हैंं। 70 से 80 मामले देश में ऐसे ही आ रहे हैं।

 

कोरोना वायरस से चलते देशभर में लागू लॉकडाउन अब धीरे-धीरे अनलॉक की तरफ बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन से कहीं न कहीं लाभ हुआ है, किन्तु मामले एकदम से कम भी नहीं हुए हैं।

 

ऐसे में गरीबों की सहायता के लिए लॉकडाउन को खोलना भी कहीं न कहीं जायज हैै।

 

डॉक्टर गुलेरिया ने कहा कि लॉकडाउन खुल रहा है तो प्रत्येक शख्स की जिम्मेदारी बढ़ जाती है। ऐसे में लोगों के लिए सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाना आवश्यक होगा।

 

कोरोना मरीजों के लिए बेड और वेंटिलेटर्स की कमी पर उन्होंने कहा कि बेड और वेंटिलेटर्स का ध्यान रखते हुए हमें प्लानिंग चेंज करनी होगी। जिन लोगों में संक्रमण के लक्षण हैं, उन्हें घर पर रहना चाहिए, उन्हें भर्ती नहीं करना चाहिए।

 

डॉक्टर गुलेरिया ने कहा कि हमने देखा है कि माइल्ड पेशेंट्स खुद ही ठीक हो जाते हैं। उन्हें अधिक ट्रीटमेंट की जरूरत नहीं होती है।