पाकिस्तान में 72 साल बाद हिंदू मंदिर को दोबारा खोल दिया गया है। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में सियालकोट स्थित शावाला तेजा सिंद मंदिर पहली बार खोला गया है।
पाकिस्तान की आजादी के बाद यह पहली बार है जब यह मंजिर खोला जा रहा है। इब इस मंदिर में भारत से भगवान की मूर्तियां ले जाकर स्थापित की जाएंगी। द्धालुओं ने हिंदू रीति रिवाज के साथ मंदिर की ओपनिंग सेरेमनी का आयोजन किया।
Pakistan: Closed since partition, Hindu Temple reopened to devotees after 72 years https://t.co/s0hBNy5qXD pic.twitter.com/8N30p16WWF
— The Siasat Daily (@TheSiasatDaily) July 6, 2019
जागरण डॉट कॉम के अनुसार, पूजा करने के साथ ही हर-हर महादेव के नारे लगाए गए। इस मंदिर को दोबारा से खोलने की पहल पाकिस्तान इवैक्यूई ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड (ETPB) ने की है। इस दौरान हिंदू सुधार सभा के अध्यक्ष अमरनाथ रंधावा, डॉ. मुनावर चंद और पंडित काशी राम समेत अन्य हिंदू लीडर भी मौजूद रहे।
Some images of the Historical Shivala Mandar (Hindu Temple) which was opened two days back after 72 years in Pakistan.
The temple is extremely beautiful, it will be wonderful to meet the worshipers when I visit. #Pakistan pic.twitter.com/xMbfZxgTy9
— Shahnaseeb | Web 3 Writer (@Shahnaseebbabar) July 3, 2019
श्राइन सेक्रेटरी सैयद फराज अब्बास ने इस मौके पर कहा कि पिछले कई सालों से हिंदू समुदाय मांग कर रहा था कि इस मंजिर को दोबारा खोला जाए। इवैक्यूई ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के निर्देश के बाद इस मंदिर को दोबारा खोला गया।
A hindu temple named Teja Singh Temple in sialkot opened after 72 years. Historic step for Hindu community in Pakistan. Yet another step towards religious freedom in #Pak @the_hindu @PtiNorthPunjab @KlasraRauf @devikasmittal @TOIIndiaNews @BDUTT @sardesairajdeep #Untoldstories pic.twitter.com/yPd3kqFuyA
— Untoldstories (@StoryyUntold) July 2, 2019
उन्होंने आगे कहा कि एक बार मंदिर की लागत का आंकलन कर लिया जाए उसके बाद ही मरम्मत का काम शुरु किया जाएगा। मंदिर में देवी देवताओं की मूर्तियां लगाई जाएंगी।
पाकिस्तान सरकार के इस फैसले पर हिंदू सुधार सभा के अध्यक्ष अमरनाथ रंधावा ने सरकार की तारीफ की। उन्होंने कहा कि हिंदू समुदाय के लोग काफी समय से इस मंदिर को दोबारा खोलने की मांग कर रहे थे। इस मंदिर का दोबारा खुलना हम लोगों के लिए बड़ी खबर है।
साथ ही उन्होंने कहा कि सबसे जरूरी यह है कि हिंदू समुदाय को आसानी से मंदिर में आने जाने दिया जाए। जिससे की वह लोग राजाना मंदिर में पूजा पाठ कर सकें। सूत्रों के मुताबिक इस मंदिर में जो मूर्तियां लगाई जाएंगी उन्हें भारत से ले जाया जाएगा।