राम मंदिर निर्माण: केबिनेट से ट्रस्ट के लिए मिली मंजूरी!

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संसद में बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर ट्रस्ट को मंजूरी दिए जाने का ऐलान किया। मोदी ने कहा कि राम जन्मभूमि मेरे दिल के बहुत करीब है।

 

 

खास खबर पर छपी खबर के अनुसार, अयोध्या में राम मंदिर बनाने के लिए जो ट्रस्ट बनेगा उसका नाम राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट होगा। भारत की प्राणवायु में, आदर्शों में, मर्यादाओं में भगवान श्रीराम और अयोध्या की ऐतिहासिकता से हम सभी परिचित हैं।

 

अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण और रामलला के दर्शन के लिए आने वालों की संख्या और श्रद्धा को ध्यान में रखते हुए एक और फैसला किया गया है।

 

अयोध्या कानून के तहत अधिगृहीत सभी भूमि, जो 67 एकड़ है जिसमें भीतरी और बाहरी आंगन भी शामिल है, उसे नवगठित श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को स्थांतरित किया जाए।

 

ह ट्रस्ट अयोध्या में भव्य और दिव्य श्रीराम मंदिर निर्माण और संबंधित विषयों पर निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र होगा।

 

गहन विचार-विमर्श और संवाद के बाद यूपी सरकार से पांच एकड़ जमीन सुन्नी वक्फ बोर्ड को देने का अनुरोध किया गया जिस पर सहमति प्रदान कर दी गई है।

 

मोदी ने कहा कि सुबह केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में राम मंदिर को लेकर अहम फैसले लिए गए।

 

सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार श्रीराम जन्मस्थली पर भव्य मंदिर के निर्माण के लिए और इससे संबंधी अन्य विषयों के लिए एक विशाल योजना तैयार की है।

 

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक एक स्वायत्त ट्रस्ट श्रीरामजन्मभूमि के गठन का प्रस्ताव पारित किया गया है।

 

उधर, सूत्रों का कहना है कि इस ट्रस्ट में महंत नृत्य गोपाल दास को बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। ट्रस्ट में दिगंबर अखाड़ा, निर्मोही अखाड़ा और रामलला विराजमान तीनों से एक-एक सदस्य को शामिल किया जाएगा।