कांग्रेस लगातार पीएम केयर फंड पर सवाल उठा रही है। पहले जहां पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा था कि इसका इस्तेमाल प्रवासियों के कल्याण के लिए किया जाना चाहिए, वहीं अब बुधवार को कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि कोष को ‘पारदर्शी’ बनाया जाना चाहिए।
इंडिया डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, सिंघवी ने ट्वीट किया, पीएमओ इंडिया, नरेंद्र मोदी और एचएमओ इंडिया से पीएम केयर द्वारा दान के रूप में ली गई कुल राशि के हिसाब-किताब के बारे में पूछे हुए एक सप्ताह से अधिक समय हो गया है, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ है।
It's been over a week asking @PMOIndia @narendramodi @HMOIndia , the account of the humongous amount of money taken as donations by PM Cares but to no avail. Ceaser's wife can't be above suspicion & thus, PM Cares, a pet PMO project has to be transparent.
— Abhishek Singhvi (@DrAMSinghvi) May 6, 2020
सिंघवी ने कहा कि ‘पीएमओ की इस खास योजना को पारदर्शी होना चाहिए। उन्होंने कहा कि वैसे तो सरकार गुजरात में सिर्फ एक सार्वजनिक कार्यक्रम के लिए परिवहन, भोजन आदि पर लगभग 100 करोड़ रुपये खर्च कर सकती है और रेल मंत्रालय पीएम के कोरोना फंड में 151 करोड़ रुपये दान कर सकता है, तो फिर संकट की इस घड़ी में मुफ्त रेल यात्रा के बारे में क्यों नहीं सोचा जा रहा।
इससे पहले चार मई को सोनिया गांधी ने एक बयान में कहा था कि संकट की इस घड़ी में भारत सरकार और रेल मंत्रालय घर वापस लौटने के लिए लोगों से रेल यात्रा का किराया और स्पेशल चार्ज वसूल कर रहे हैं।
सोनिया गांधी ने कहा कि इसलिए कांग्रेस पार्टी ने फैसला किया है कि इस तरह के विकट हालात देखकर कांग्रेस पार्टी हर प्रदेश में जरूरतमंद श्रमिक भाइयों और बहनों के घर लौटने के लिए रेल यात्रा का खर्च उठाएंगे।
साथ ही सोनिया ने उम्मीद जताई कि प्रवासी भाई बहन सब जल्दी से जल्दी अपने प्रियजनों के पास पहुंच पाएंगे।
उन्होंने कहा था, मुझे उम्मीद थी कि दान के नाम पर आने वाले हजारों करोड़ का उपयोग राष्ट्र निमार्ताओं के लिए किया जाएगा और उन्हें मुफ्त यात्रा प्रदान की जाएगी, लेकिन मुझे दुख है कि ऐसा नहीं किया गया है।