कश्मीर में नजरबंद किए गए सभी राजनीतिक नेताओं के समुचित व्यक्तिगत विश्लेषण के बाद उन्हें चरणबद्ध तरीके से रिहा किया जाएगा। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने गुरुवार को यह जानकारी दी
जम्मू में नेताओं की रिहाई के बाद नजरबंद कश्मीरी नेताओं की रिहाई के संबंध में सवाल करने पर राज्यपाल के सलाहकार फारुक खान ने कहा, ‘‘विश्वास रखें। प्रत्येक व्यक्ति की समुचित समीक्षा और विश्लेषण के बाद उन्हें एक-एक कर रिहा किया जाएगा।’’
The development comes a day after the political leaders from #Jammu, who were also detained as part of the lockdown in the #JammuAndKashmir, were released on Wednesday ahead of the Block Development Council poll on 24 October.https://t.co/DGVcKsLaAS
— Firstpost (@firstpost) October 3, 2019
जम्मू में गैर-भाजपा दलों ने बुधवार को दावा किया कि प्रशासन ने उनपर पिछले करीब दो महीने से लगे प्रतिबंधों को हटा लिया है। जम्मू संभाग के आयुक्त संजीव वर्मा ने बताया कि इन नेताओं को कभी भी हिरासत में नहीं रखा गया था और वे राजनीतिक कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए स्वतंत्र थे।
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Political leaders in Kashmir, who have been under house arrest for more than 50 days, will be released. https://t.co/6RQaz34zpg #NDTVLeadStory pic.twitter.com/piRQAF3grX
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इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट कॉम के अनुसार, उन्होंने कहा, ‘‘हमने उनपर कभी कोई रोक नहीं लगायी। उन्होंने खुद से अपने ऊपर रोक लगायी थी।’’
केन्द्र सरकार द्वारा पांच अगस्त को अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को समाप्त किए जाने के बाद से ही 500 से ज्यादा नेता और राजनीतिक कार्यकर्ता नजरबंद किए गए हैं। खान ने इससे भी इंकार किया कि विशेष दर्जा समाप्त किए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद बढ़ा है।