प्रदुषण से हो सकती है दिल की बीमारी, जानिए, कैसे?

   

दिवाली के बाद बदले मौसम और प्रदूषण के कारण आगरा की हवा की गुणवत्ता खराब हो रही है। ऐसे में थोड़ी सी लापरवाही सेहत पर भारी पड़ सकती है।

अमर उजाला पर छपी खबर के अनुसार, गुरुवार को केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से जारी की गई एक्यूआई सूची में आगरा का सूचकांक 171 दर्ज किया गया। लेकिन इनमें बेहद सूक्ष्म पर्टिकुलेट मैटर (पीएम) की मात्रा 322 तक पहुंच गई।

चिकित्सकों के मुताबिक लंबे समय तक स्मॉग में समय बिताने पर पीएम कण खून में पहुंच सकते हैं। ऐसे में दिल के दौरे का खतरा बढ़ जाएगा। पीएम 2.5 और इससे छोटे 1 माइक्रोग्राम के कणों का हमला होने पर हृदय रोग, ब्रेन स्ट्रोक के मामले बढ़ सकते हैं। बचाव के लिए मुंह पर कपड़ा या मॉस्क लगाकर ही घर से बाहर निकलें।

पार्टिकुलेट मैटर खतरनाक
एसएन मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर जीबी सिंह ने बताया कि धुंध और प्रदूषण के मेल से बने स्मॉग में पार्टिकुलेट मैटर खतरनाक हैं, जिनकी वजह से स्ट्रोक और सीओपीडी की समस्याएं आ रही हैं। बेहद सूक्ष्म पीएम कणों के खून में पहुंचने के कारण दिल के दौरे का खतरा बढ़ रहा है।

ये हो रही है दिक्कतें
एसएन मेडिकल कॉलेज में स्मॉग के कारण सांस के 100 रोगी ओपीडी में गुरुवार को परामर्श के लिए आए। इनमें 7 मरीज अस्थमा अटैक के थे, जिनमें से एक को ऑक्सीजन लगानी पड़ी। मेडिकल कॉलेज में वक्ष रोग विशेषज्ञ डॉ. जीबी सिंह के मुताबिक स्मॉग के कारण सुबह-शाम घर से बाहर टहलने से बचें। सांस रोगी ख्याल रखें और दवा समय से लें।