जनता दल के उपाध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी माने जाने वाले प्रशांत किशोर ने कांग्रेस की तारीफ कर एक बार फिर भाजपा की दुखती रग पर उंगली रख दी है।
खास खबर पर छपी खबर के अनुसार, प्रशांत ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का विरोध करने के लिए कांग्रेस नेतृत्व की तारीफ की है। भाजपा को प्रशांत का यह रवैया रास नहीं आया है।
I join my voice with all to thank #Congress leadership for their formal and unequivocal rejection of #CAA_NRC. Both @rahulgandhi & @priyankagandhi deserves special thanks for their efforts on this count.
Also would like to reassure to all – बिहार में CAA-NRC लागू नहीं होगा।
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) January 12, 2020
प्रशांत किशोर ने रविवार को ट्वीट किया कि वे कांग्रेस नेतृत्व को सीएए और एनआरसी का विरोध करने के लिए धन्यवाद देते हैं।
खासकर विशेष पहल के लिए प्रियंका गांधी को विशेष धन्यवाद देते हैं। ट्वीट में उन्होंने बिहार के लोगों को आश्वासन दिया कि राज्य में सीएए और एनआरसी लागू नहीं किए जाएंगे।
प्रशांत के इस बयान पर भाजपा भडक़ उठी है। भाजपा प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने कहा, प्रशांत कई राजनीतिक पार्टियों के लिए सर्वे का काम करते हैं।
उनके लिए उनका प्रोफेशन ज्यादा प्यारा है, न कि पार्टी की विचारधारा। ऐसे में प्रशांत को ज्यादा तवज्जो नहीं दी जानी चाहिए।
प्रशांत किशोर का बयान राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक जद(यू) के रुख से मेल नहीं खाता है। जद(यू) ने संसद में सीएए का समर्थन किया था।
पार्टी अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्पष्ट कर चुके हैं कि उनकी पार्टी सीएए के खिलाफ नहीं, एनआरसी के खिलाफ है। फिर भी जद(यू) उपाध्यक्ष के नाते प्रशांत किशोर का यह बयान मायने रखता है।
प्रशांत का बयान इस कारण भी खास माना जा रहा है कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह 16 जनवरी को नागरिकता कानून पर अभियान चलाने खुद बिहार जाने वाले हैं।
इन दिनों भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख नेता बिहार में सीएए और एनआरसी के पक्ष में सभाएं कर रहे हैं।