असम में एनआरसी के बाद देश के कई राज्यों के इसको लेकर बहस जारी है। कुछ राज्य एनआरसी के पक्ष में हैं तो कुछ इसका विरोध करते हैं। इस बीच आरएसएस के सरकार्यवाह भय्याजी जोशी ने एनआरसी को लेकर बड़ा बयान दिया है।
एनआरसी पूरे देश में लागू होना चाहिए। किसी भी सरकार का कार्य है कि देश में घुसपैठियों की पहचान करे और नीति बना कर उसके आधार पर उचित कार्रवाई करे। अभी तक यह प्रयोग केवल असम में हुआ है। इसे पूरे देश में लागू करना चाहिए। – भय्याजी जोशी, सरकार्यवाह
— RSS (@RSSorg) October 18, 2019
उन्होंने कहा, “एनआरसी पूरे देश में लागू होना चाहिए। किसी भी सरकार का कार्य है कि देश में घुसपैठियों की पहचान करे और नीति बना कर उसके आधार पर उचित कार्रवाई करे। अभी तक यह प्रयोग केवल असम में हुआ है। इसे पूरे देश में लागू करना चाहिए।”
समान आचार संहिता लागू करने की मांग काफी पुरानी है। संविधान निर्माण के समय ही इसका फैसला हो जाना चाहिए था। यह सभी के हित में है और किसी भी देश में उसके नागरिकों के लिए एक समान कानून होना ही चाहिए। – सरकार्यवाह, भय्याजी जोशी
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इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट कॉम के अनुसार, उन्होंने कहा कि हमारा यह मानना रहा है कि अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण को लेकर सभी बाधाओं को समाप्त किया जाना चाहिए।अब इस मामले को लेकर न्यायालय में सुनवाई पूरी हो चुकी है,अब सबको निर्णय की प्रतीक्षा करनी चाहिए।और हम आशा करते हैं कि निर्णय हिन्दुओं के पक्ष में आयेगा।
भय्याजी जोशी ने कहा कि समान आचार संहिता लागू करने की मांग काफी पुरानी है। संविधान निर्माण के समय ही इसका फैसला हो जाना चाहिए था। यह सभी के हित में है और किसी भी देश में उसके नागरिकों के लिए एक समान कानून होना ही चाहिए।