महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लग गया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की कैबिनेट की सिफारिश पर हस्ताक्षर कर दिया है।
Presidents Rule in Maharashtra as expected. Advantage BJP. They should thank the opposition. The reverse would never have happened #MaharashtraPolitics
— barkha dutt (@BDUTT) November 12, 2019
पंजाब के दौरे पर गए राष्ट्रपति जैसे ही दिल्ली लौटे उन्होंने गृह मंत्रालय द्वारा राष्ट्रपति शासन की भेजी गई सिफारिश पर अपनी मुहर लगा दी। इसके साथ ही महाराष्ट्र में 24 अक्टूबर से बरकरार राजनीतिक अनिश्चितता का फिलहाल पटाक्षेप हो गया है।
महाराष्ट्र में सियासी घमासान जारी है। 21 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव तथा 24 अक्टूबर को नतीजे आने के बाद से ही यहां जबरदस्त उठापटक देखने को मिल रही है।
भाजपा को 105, शिवसेना को 56, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें सीटें मिलीं। हालांकि मतदाताओं ने भाजपा और शिवसेना के गठबंधन को बहुमत दे दिया, लेकिन दोनों के बीच बात बनने के बजाय बिगड़ गई।
इसके बाद राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने सबसे पहले सबसे ज्यादा सीट हासिल करने वाली भाजपा को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया। भाजपा बहुमत साबित नहीं कर पाई।
इसके बाद नंबर आया दूसरी सबसे बड़ी पार्टी शिवसेना का। वह भी अपेक्षाओं पर खरी नहीं उतरी। अब राज्यपाल ने तीसरे सबड़े बड़ी पार्टी राकांपा को निमंत्रण दिया है।