भारत के प्रमुख मुसलमानों के एक समूह ने 25 मार्च को अफगानिस्तान की राजधानी में स्थित गुरुद्वारे में पच्चीस सिखों की हत्या की कड़ी निंदा की है। मीडिया में जारी बयान में कहा गया है कि मारे गए सभी सिख हमारे अपने भाई हैं और इस जघन्य अपराध को अंजाम देने वालों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. बयान में भारतीय मुस्लिमों की तरफ़ से पूरी सिख कौम के प्रति संवेदना व्यक्ति की गई है और कहा गया कि हत्यारों ने ख़ुद को मुस्लिम बताया है लेकिन असल में ये क्रूर अपराधी हैं और इस्लाम में ऐसे ज़ालिमों के लिए कोई जगह नहीं है.
यह बयान संयुक्त रूप से जारी किया गया है: सआदतुल्ला हुसैनी, अध्यक्ष, जमात-ए-इस्लामी हिन्द, मौलाना असगर इमाम मेहदी सलफ़ी, अमीर मरकज़ी जमात अहले हदीस हिंद, मौलाना महमूद मदनी, महासचिव, जमीयत उलमा-ए हिंद, मौलाना सैयद अहमद बुखारी, शाही इमाम, जामा मस्जिद दिल्ली, मौलाना तौकीर रज़ा, अध्यक्ष, इत्तेहाद-ए-मिलत काउंसिल, बरेली, प्रोफेसर अख्तरुल वासे , अध्यक्ष, मौलाना आज़ाद विश्वविद्यालय, जोधपुर, मुहम्मद सईद नूरी, अध्यक्ष, रज़ा अकादमी मुंबई, डॉ. मंजूर आलम, महासचिव, अखिल भारतीय मिल्ली काउंसिल, ख्वाजा सैयद मुहम्मद निजामी, सज्जादा नशीन हजरत निजामुद्दीन औलिया दिल्ली, सैयद शाह ख़ुसरो पाशा हुसैनी, सज्जादा नशीन और मुतावल्ली, दरगाह हज़रत ख्वाजा बंदा नवाज़ गुलबर्गा, प्रोफेसर ताहिर महमूद, पूर्व अध्यक्ष, राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग, कमाल फारुकी, सदस्य, मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, पूर्व अध्यक्ष, दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग, प्रोफेसर अब्दुर रहीम किदवई, निदेशक, केएएन कुरान सेंटर, एएमयू , मुजतबा फारूक, महासचिव, ऑल इंडिया मुस्लिम मजलिस-ए मुशावरत, मौलाना सैयद मुहम्मद असकरी, अध्यक्ष जामिया अहल-ए-बैत दिल्ली, प्रोफेसर सैयद अली मुहम्मद नकवी, अध्यक्ष, इमामिया ट्रस्ट हिंद, निदेशक सर सैयद अकादमी एएमयू , मौलाना सैयद मुहम्मद मुहसिन तकवी, इमाम शिया जामा मस्जिद दिल्ली और डॉ. जफरुल-इस्लाम खान, अध्यक्ष, दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग, पूर्व अध्यक्ष, ऑल इंडिया मुस्लिम मजलिस-ए-मुशावरत