सम्मानित और ढोल पीटने के बाद, सैकड़ों लोगों ने मॉरीशस की राजधानी में एक ज़मीनी जापानी जहाज से एक तेल रिसाव से निपटने और हाल के दिनों में दर्जनों मृत डॉल्फ़िन की खतरनाक खोज से निपटने का विरोध शुरू कर दिया है।
#Maurice #29août Cordon humain de sécurité pour diriger la foule immense et éviter des débordements. pic.twitter.com/DfNSSGH51P
— Jean-Luc Mootoosamy (@jlmootoosamy) August 29, 2020
शनिवार को प्रदर्शनकारियों ने देश के झंडे को लहराया और “आप को कोई शर्म नहीं है” जैसे संदेशों के साथ संकेत दिए।
#Maurice #Port_Louis “Dehors !”, scande la foule monstre, à 12h15 sur la place de la Cathédrale à avant la marche contre la “négligence du gouvernement”. Drones interdits. @BBCAfrica @RFI @Mediapart @BFMTV vidéo de la cathédrale : Pascal Laroulette pic.twitter.com/YGYbvuyUtd
— Jean-Luc Mootoosamy (@jlmootoosamy) August 29, 2020
जापानी जहाज एमवी वाकाशियो का जो टुकड़ा समुद्र के पानी में तेल फैला रहा था आखिरकार वह खुले समुद्र के पानी में डूब गया है। यह जानकारी राष्ट्रीय आपदा आयोग ने सोमवार को दी।
'the 31-year-old fisherman who filmed the mother and baby, said he saw nearly 200 dolphins inside the reef Friday morning, 25-30 of them dead' https://t.co/h00qfZOZ9q #MauritiusOilSpill
— Blue Planet Society (@Seasaver) August 28, 2020
जागरण डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, पिछले सप्ताह दो टगबोट के जरिए टूटे जहाज के बड़े हिस्से को करीब 15 किलोमीटर तक खींच कर लाया गया जहां खुले समुद्र के पानी में 3,180 मीटर की गहराई में यह डूब गया।
जहाज का छोटा टुकड़ा चट्टान में ही फंसा रह गया जहां जहाज दो टुकड़ों में विभाजित हुआ था।
We live in a stupid world… #MauritiusOilSpill pic.twitter.com/wQM7vFkZsG
— 👾 Gagavirus 👾 ~ (@Gagaviruss) August 16, 2020
जहाज के कैप्टन और सहयोगी को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया। अधिकारियों ने अभी यह जानकारी नहीं दी है कि सिंगापुर से ब्राजील जहाने वाले जहाज को इस तरह की घटना का सामना क्यों करना पड़ा।
39 #Dolphins & #Whales Dead In #Mauritius Amid Growing International Outrage #MauritiusOilSpill @MARINElife_UK @PlymouthMarine @WWF @eco_sud @Benfogle @BBCSpringwatch @oummesakina @SeajaiOcean https://t.co/lsb2ZdN2pd
— Dr V Teeluck 🇲🇺🌴 🖋🧮 (@dr_teeluck) August 29, 2020
उल्लेखनीय है कि जापान की कंपनी नागशिकी शिपिंग लिमिटेड का यह जहाज चीन स्थित तियानजिन बंदरगाह से ब्राजील जा रहा था। लेकिन 25 जुलाई की शाम को यह समुद्र में कोरल रीफ से टकरा गया और वहीं अटक गया।
Japan ramps up aid as government vows compensation#MauritiusOilSpill https://t.co/WqNKeMmDgn pic.twitter.com/bJzwttzyUI
— DD News (@DDNewslive) August 18, 2020
मॉरीशस के दक्षिण पूर्व में दुर्घटनाग्रस्त हुए इस जहाज में 4000 मीट्रिक टन ईंधन था और इसके टूटने से समुद्र के पानी में भारी मात्रा में तेल फैल गया।
आयोग ने बताया, सुनियोजित तरीके से डुबाने की प्रक्रिया में सोमवार दोपहर 3.30 बजे सफलता मिली। ग्रीनपीस इस योजना का विरोध कर रहा था।
पिछले सप्ताह ग्रीनपीस ने चेतावनी दी थी कि जहाज को डुबाने की प्रक्रिया से पूरा समुद्र प्रदूषित हो जाएगा और इसके कारण बायोडायवर्सिटी पर खतरा है।
अब तक 1000 टन से अधिक तेल का रिसाव समुद्र के पानी में हो चुका है।
पिछले सप्ताह ब्रिटिश वैज्ञानिकों की टीम ने वहां जाकर इस रिसाव के कारण होने वाले प्रभाव की समीक्षा की थी ताकि इसके कारण हो चुके नुकसान को फिर से कैसे सुधारा जा सके।
जापान और फ्रांस से अंतरराष्ट्रीय एक्सपर्ट की टीम घटनास्थल का मुआयना करने आई थी।