पंजाब: जबररन पेशाब पिलाने और पिटाई के बाद दलित की हुई मौत, मचा बवाल!

   

पंजाब के एक गांव में भयावह घटना के बाद तनाव फैल गया। इस घटना में एक दलित मजदूर को कथित तौर पर पीटा गया और उच्च जाति के व्यक्तियों द्वारा जबरदस्ती पेशाब पीने को मजबूर किया गया व बाद में मजदूर ने पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (पीजीआई) अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।

खास खबर पर छपी खबर के अनुसार, मजदूर का परिवार राज्य सरकार से मुआवजे के तौर पर 50 लाख रुपए व एक नौकरी की मांग कर रहा है। जगमेल सिंह (37) की मौत के बाद से उसके पैतृक निवास संगरूर जिले के चागलीवाल गांव में स्थिति तनावपूर्ण है। सिंह पर 7 नवंबर को क्रूरतापूर्वक हमला किया गया।

दलित संगठनों के सैकड़ों कार्यकर्ता सब डिवीजनल मजिस्ट्रेट के कार्यालय के बाहर लेहरा कस्बे में प्रदर्शन कर रहे हैं। वे पीड़ित के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं।

एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि पीड़ित के परिवार को जब तक न्याय नहीं मिल जाता प्रदर्शन जारी रहेगा। हम मुआवजे के साथ परिवार के एक सदस्य के लिए सरकारी नौकरी की मांग कर रहे हैं।

प्रदर्शन में शामिल गायक व दलित कार्यकर्ता बंत सिंह ने कहा कि उच्च जाति के जाट पुरुषों द्ववारा राज्य में दलितों के खिलाफ अत्याचार बढ़ रहा है। बंत सिंह, अपने बेटी से सामूहिक दुष्कर्म को लेकर प्रदर्शन के दौरान अपना हाथ खो चुके हैं।

उन्होंने जगमेल सिंह के हत्यारों के लिए मौत की सजा की मांग की। उन्होंने कहा कि यह कमजोर जातियों के खिलाफ अत्याचारों को हतोत्साहित करेगा।

जगमेल सिंह हमले के बाद अपने दोनों पैर खो चुका था। उसे कथित तौर पर संदिग्धों द्वारा पेशाब पीने को मजबूर किया गया। पुलिस ने सभी चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया है और 13 नवंबर को दर्ज की गई प्राथमिकी में आईपीसी की धारा 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया है।

संगरूर के सांसद भगवंत मान ने एक वीडियो संदेश में कहा कि वह दलित की हत्या के मामले को सोमवार को लोकसभा में उठाएंगे। उन्होंने कहा कि वह इस संदर्भ में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे।

चंडीगढ़ में परिवार ने पीड़ित की पत्नी को सरकारी नौकरी दिए जाने व उचित मुआवजा मिलने तक शव को स्वीकार करने से इनकार किया।

घटना की निंदा करते हुए शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने दलित मजदूर की मौत पर दुख जाहिर किया।