देश के विभाजन के बाद से बंद पड़ी 550 साल पुरानी एक मस्जिद को सिख समुदाय की मदद से मुस्लिमों ने शुक्रवार को फिर से नमाज के लिए खोल दिया।
ताज़ा खबर डॉट इन पर छपी खबर के अनुसार, सिख परंपराओं के अनुसार, सिख धर्म के संस्थापक, गुरु नानक ने पंजाब के कपूरथला जिले में सुल्तानपुर लोधी में एक किले के अंदर स्थित मस्जिद में नमाज अदा की थी।
13 नवंबर को, इलाके के सिखों और मुसलमानों ने मिलकर मस्जिद का उद्घाटन किया। इस दौरान सिखों ने मुस्लिम उपस्थित लोगों के बीच मिठाई भी बांटी। इस कार्यक्रम के बाद मुसलमानों ने भी सिखो का शुक्रिया अदा करते हुए उनके लिए दुआ की।
मालेरकोटला से सिख और मुस्लिम इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए सुल्तानपुर पहुंचे थे। मस्जिद को खुलवाने में सिख समुदाय के संत सुखदेव सिंह और संत बलबीर सिंह सबसे आगे थे। बलबीर इलाके में पर्यावरण से जुड़ी सक्रियता के लिए जाने जाते हैं।
Jamaat-experience-Islami Hind के प्रमुख अब्दुल शकूर ने इस मौके पर अपने संबोधन में कहा, “मस्जिद का उद्घाटन गुरु नानक की 550 वीं जयंती के आसपास होने वाले कार्यक्रमों और समारोहों का हिस्सा है।”
“गुरु नानक मुसलमानों के बीच रहते थे; उसका सबसे अच्छा दोस्त भी एक मुसलमान था। मुसलमानों और सिखों में एक-दूसरे के साथ बहुत अधिक लगाव है।
वहीं जमात-ए-इस्लामी हिंद के उपाध्यक्ष इंजीनियर सलीम ने कहा कि इसने “देश भर में और पंजाब में हमारे सिख भाइयों से विश्व स्तर पर एक सकारात्मक संदेश भेजा है जब कुछ तत्व मुस्लिम विरोधी भावनाओं को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं और यहां तक कि धार्मिक को भी निशाना बना रहे हैं।