एक बार फिर से कांग्रेस की कमान संभाल सकते हैं राहुल गांधी!

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कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की तरफ से शनिवार को बुलाई गई वरिष्ठ नेताओं की बैठक में पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के तेवर बदले-बदले थे।

जागरण डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, बैठक से पहले नाराज नेताओं की अगवानी के लिए वह काफी देर गेट पर खड़े रहे।

लगभग पांच घंटे तक चली इस बैठक में राहुल गांधी ने नाराज नेताओं से न सिर्फ माफी मांगी बल्कि भरोसा दिलाया कि वे जैसा कहेंगे, उनकी बातों पर वे (राहुल) अमल करेंगे।

सूत्रों के मुताबिक नाराज नेताओं ने राहुल का विरोध तो नहीं किया, लेकिन सोनिया गांधी से कहा कि अगर राहुल संगठन को 24 घंटे का नेतृत्व देने को तैयार हैं तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। इसमें 23 नेताओं के साथ हाईकमान के कुछ करीबी नेता, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा मौजूद थीं।

बैठक में शामिल बड़े नेताओं के भाषण के बाद सोनिया गांधी ने कहा कि जो सुझाव आए हैं, वे अमूल्य हैं और इन्हें क्रियान्वित करने की पूरी कोशिश करेंगी।

सोनिया ने कहा कि कांग्रेस एक बड़ा परिवार है और हम सबको मिलकर पार्टी की चुनौतियों का समाधान निकालना है। सोनिया और प्रियंका गांधी ने इस बैठक में असंतुष्ट नेताओं के साथ मेल-मिलाप को लेकर ज्यादा गर्मजोशी और तत्परता दिखाई।

बैठक के बाद यह माना जा रहा है कि कांग्रेस की कमान एक बार फिर राहुल गांधी के हाथ में हो सकती है। बैठक में पहला भाषण गुलाम नबी आजाद ने दिया।

राज्यसभा सदस्य विवेक कृष्ण तन्खा ने कहा कि भाजपा 24 घंटे चलने वाली इलेक्शन मशीन की तरह है। कांग्रेस को उससे ज्यादा तैयारी करनी पड़ेगी, लेकिन वैसी तैयारी दिख नहीं रही है।

प्रजातंत्र को बचाना है तो कांग्रेस को मजबूत करना पड़ेगा। वरिष्ठ नेताओं के साथ रिश्तों को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि वरिष्ठ नेताओं का कांग्रेस में अहम महत्व है और वह उनका पूरा सम्मान करते हैं।

खासकर इनमें से कई वरिष्ठ नेता उनके पिता राजीव गांधी के दोस्त रहे हैं।