राहुल गांधी ने केंद्र सरकार को कहा शुक्रिया, बोले- मेरी बात मानी गई

,

   

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को ट्वीट कर सरकार का शुक्रिया अदा किया है. राहुल ने यह शुक्रिया 12 अप्रैल को किए गए अपने उस ट्वीट के जवाब में किया है जिसमें उन्होंने भारत सरकार से अपील की थी कि वो विदेशी कंपनियों को किसी भारतीय कॉरपोरेट का नियंत्रण अपने हाथों में लेने की इजाजत नहीं दे.

राहुल ने शनिवार को किए अपने ट्वीट में कहा, ‘मैं भारत सरकार का शुक्रिया अदा करता हूं कि उन्होंने मेरी बात का संज्ञान लेते हुए एफडीआई नियमों में बदलाव किया और कुछ निश्चित मामलों में सरकार की इजाज़त लेना अनिवार्य किया.’

बता दें 12 अप्रैल को राहुल गांधी ने कहा था कि आर्थिक मंदी ने कई भारतीय कॉरपोरेट को कमजोर कर दिया है. उन्होंने सरकार से राष्ट्रीय संकट की इस घड़ी में किसी विदेशी कंपनी द्वारा देश के किसी कॉरपोरेट का नियंत्रण अपने हाथ में नहीं ले पाने को सुनिश्चित करने का भी अनुरोध किया था.

राहुल गांधी ने किया था ये ट्वीट
12 अप्रैल को किए गए अपने ट्वीट में राहुल गांधी ने लिखा था, “भीषण आर्थिक मंदी ने कई भारतीय कॉरपोरेट को कमजोर कर दिया है, उन्हें अधिग्रहण के लिए आसान निशाना बना दिया है. सरकार को राष्ट्रीय संकट की इस घड़ी में विदेशी कंपनियों को किसी भारतीय कंपनी का नियंत्रण अपने हाथों में लेने की इजाजत नहीं देनी चाहिए.”

राहुल ने यह चिंता मीडिया में आई उन खबरों पर जताई थी, जिनमें कहा गया था कि विदेशी संस्थानों ने स्टॉक बाजार के गिरने के मद्देनजर भारतीय कंपनियों में हिस्सेदारी खरीदी है.

ये हुआ है बदलाव
बता दें उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) ने शनिवार को बताया कि भारत की सीमाओं से लगते देशों की कोई कंपनी अथवा व्यक्ति भारत के किसी भी क्षेत्र में अब सरकार की मंजूरी मिलने के बाद ही निवेश कर सकेगा. सरकार के इस निर्णय से चीन जैसे देशों से आने वाले विदेशी निवेश पर प्रभाव पड़ सकता है. सरकार ने कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर घरेलू कंपनियों को प्रतिकूल परिस्थितियों का फायदा उठाते हुए बेहतर अवसर देखकर खरीदने की कोशिशों को रोकने के लिए यह कदम उठाया है.

पाकिस्तान और बांग्लादेश के निवेशकों पर यह शर्त पहले से लागू है.

(भाषा के इनपुट के साथ)