तूतीकोरिन में वेदांता की स्टरलाइट फैक्ट्री में साल 2018 में विरोध प्रदर्शन में हुई हिंसा के मामले में रजनीकांत को समन जारी किया गया है।
भास्कर डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, यह समन रजनीकांत से जांच में मदद के लिए भेजा गया है। रजनी को कमीशन की 24वीं सिटिंग में बुलाया गया है जो जनवरी 2021 में होने वाली है।
गौरतलब है कि यह मामला भारत के सबसे खतरनाक एनवायरनमेंटल प्रोटेस्ट का है, जो तूतीकोरिन में वेदांता के स्टरलाइट कॉपर प्लांट के बनने की खबर के बाद हुआ था।
प्रदर्शन में 13 लोगों की जानें गई थीं। रजनीकांत ने तूतीकोरिन में अपने पहले दौरे के दौरान इस बारे में बात कर असामाजिक तत्वों को इसका जिम्मेदार ठहराया था।
रजनीकांत ने घटना के बाद तूतीकोरिन का दौरा किया था और स्टरलाइट फैक्टरी को बंद करने के लिए हुए प्रदर्शन के दौरान हिंसा में घायल कुछ लोगों से मुलाकात की थी।
तब उन्होंने यह बयान दिया था। इस बयान पर फरवरी 2020 में भी रजनीकांत को जस्टिस अरुण जगदीशन कमीशन से समन मिला था।
रजनी को 25 फरवरी को कमीशन के सामने हाजिर होना था।उस वक्त रजनीकांत ने यह कहकर कमीशन के सामने हाजिरी से राहत मांगी थी कि उनके आने से जनता को बहुत परेशानी हो सकती है।
क्विंट की खबर के अनुसार कमीशन की ओर से अरुल वेदिवल पक्ष रख रहे हैं। जबकि रजनी की ओर से इलाम भारती ने कहा है कि इस बार रजनी सभी बातों का जवाब देंगे।
न्यायिक कमीशन की अब तक हो चुकी 23 सिटिंग में करीब 586 चश्मदीद गवाहों के बयान हो चुके हैं।
वहीं 775 डॉक्यूमेंट्स जमा किए जा चुके हैं। ये गवाह मुख्य रूप से फायर फाइटर्स और पुलिस के जवान ही रहे हैं।