रणवीर सिंह और आलिया भट्ट की सुपरहिट फिल्म गली बॉय ने देश में अरसे से हाशिये पर पड़े हिप हॉप और रैप को मुख्यधारा में ला दिया है। गली बॉय से शुरू हुए इस ट्रेंड ने अपना असर पिछले लोकसभा चुनाव में भी दिखाया जब बीजेपी ने मतदाताओं को लुभाने के लिए एक पूरा गाना ही फिल्म गली बॉय के गाने ‘आजादी’ पर बना डाला।
फिर, आर्टिकल 15 और खानदानी शफाखाना जैसी फिल्मों में भी रैप के जरिए एक अलग संदेश देने की कोशिशें की गईं। तमाम बड़े उत्पादों के टीवी कमर्शियल भी रैप और हिप हॉप स्टाइल में ही बन रहे हैं।
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अमर उजाला पर छपी खबर के अनुसार, रैप को आगे बढ़ाने के लिए अपना खुद का म्यूजिक लेबल इंकइंक बनाने वाले गली बॉय हीरो रणवीर सिंह मनोरंजन जगत में आए इस नए बदलाव से काफी खुश हैं। वह कहते हैं, ‘हिंदुस्तानी रैप या कहें कि हिप हॉप का समय आ गया है और यह भारतीय संगीत का एक निहायत ही जरूरी धमाका रहा है।
देश में संगीत के लिए ये एक दिलचस्प दौर है और घिसे पिटे गानों के रीमिक्स के दौर में रैप ताजगी प्रदान करने का एक बड़ा जरिया बन रहा है। हिंदुस्तानी रैप/हिप हॉप अब एक ढकी छुपी या बंद कमरों में होने वाली संगत नहीं है, बल्कि यह युवाओं की भाषा बन गई है।’
संगीत के क्षेत्र में नई सदी के इस सबसे बड़े बदलाव की वजह पूछे जाने पर रणवीर कहते हैं, ‘भारत ने हमेशा से ही काफी शानदार और ओरिजनल कंटेंट तैयार किया है और यह समय रैप/हिप हॉप के उन कलाकारों का है, जिनकी कविता क्रांति की बात कर रही है।
वे हमारी पीढ़ी के कवि हैं और युवा उन्हें सुन रहे हैं।’ युवाओं की नई भाषा बन रही रैप इंडस्ट्री का ट्रेंडसेटर कहे जाने पर रणवीर इससे इंकार भी नहीं करते हैं, वह कहते हैं- ‘मुझे फिल्में और इंडस्ट्री पसंद है। मैं इंडस्ट्री लीडर के साथ ही इंडस्ट्री का चैंपियन भी बनना चाहूंगा।’