अब्दुल सत्तार के इस्तीफे की खबर गलत- शिवसेना

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महाराष्ट्र में उद्धव सरकार के कैबिनेट विस्तार के पांच दिन बाद ही शिवसेना कोटे से मंत्री बने अब्दुल सत्तार नबी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।

 

खास खबर इस छपी खबर के अनुसार, शिवसेना ने  इस बात को खारिज़ कर दिया है। आपको बताते जाए कि महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की गठबंधन सरकार है।

महाराष्ट्र में शिवसेना के नवनियुक्त राज्य मंत्री अब्दुल सत्तार नबी के परिवार ने इस्तीफे की खबरों को खारिज कर दिया। शिव सेना के राज्यसभा सांसद अनिल देसाई ने इन खबरों को कोरी कल्पना बताते हुए कहा कि यह सच नहीं है।

उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया है, न ही ऐसा कोई त्याग-पत्र मुझे या पार्टी में किसी को सौंपा है।

औरंगाबाद में स्थानीय मीडिया से बातचीत में राज्यमंत्री के बेटे समीर नबी ने भी इन खबरों को खारिज कर दिया और कहा कि वह और जानकारी के लिए अपने पिता से संपर्क कर रहे हैं।

इससे पहले खबर आई थी कि पिछले दिनों कैबिनेट विस्तार के बाद से ही वह नाराज चल रहे थे। शिवसेना के एकमात्र मुस्लिम मंत्री अब्दुल सत्तार ने शनिवार को अपने राज्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है।

उन्होंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को अपना इस्तीफा भेज दिया है। बताया जा रहा है कि कैबिनेट मंत्री पद नहीं मिलने के कारण अब्दुल सत्तार नाराज चल रहे थे।

अब्दुल सत्तार महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले शिवसेना में शामिल हुए थे। लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने सत्तार को ‘पार्टी विरोधी गतिविधियों’ में शामिल होने के कारण निष्कासित कर दिया था।

जालना और औरंगाबाद में कांग्रेस ने जिन लोगों को लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया था, उससे सत्तार नाखुश थे और उन्होंने इसके बाद हर्षवर्धन जाधव नाम के निर्दलीय उम्मीदवार को औरंगाबाद से अपना समर्थन दिया था।

इसके बाद तब सिल्लोड विधानसभा सीट से विधायक और पूर्व मंत्री अब्दुल सत्तार को कांग्रेस ने पार्टी से निकाल दिया था।