कश्मीर में 370 खत्म करने के फैसले के बाद इलाके में तनाव बढ़ेगा- एमेनेस्टी इन्टरनेशनल

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एमेनेस्टी इन्टरनेश्नल इंडिया ने सचेत किया है कि नई दिल्ली की ओर से क्षेत्र के स्टिक होल्डर्स से सलाह बिना जम्मू और कश्मीर के विशेष दर्जे को समाप्त करने का फ़ैसला और नागरिकों के अधिकारों को पूर्ण रूप से समाप्त करना, क्षेत्र में तनाव में वृद्धि का कारण बन सकता है।

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, एमेनस्टी इन्टरनेश्नल इंडिया के बयान में कहा गया है कि भारत सरकार का क्षेत्र के स्टिक होल्डर्ज़ से सलाह बिना संविधान के अंतर्गत कश्मीर के विशेष दर्जे को समाप्त करने का एकपक्षीय फ़ैसले, नागरिक अधिकारों के पूर्ण रूप से समाप्त करने और जनसंपर्क व्यवस्था को पूर्ण रूप बंद करने से संभावित रूप से तनाव तथा राज्य में लोगों को अलग थलग करने और मानवाधिकार के उल्लंघनों का ख़तरा है।

मानवाधिकार संस्था की ओर से कहा गया है कि आर्टिकल 370 की समाप्ति राज्य में अशांति और बड़े स्तर पर विरोध का कारण बन सकता है। बयान में कहा गया है कि घाटी में हज़ारों की संख्या में अतिरिक्त बलों को तैनात कर दिया गया है और कर्फ़्यू लगाकर नागरिकों की आवाजाही को सीमित कर दिया गया है और उन्हें शांतिपूर्ण प्रदर्शन के हक़ से रोका जा रहा है।

एमेनेस्टी इन्टरनेश्नल का यह भी कहना था कि जम्मू कश्मीर में टेली कम्युनीकेश्न सेवाओं को अघोषित अवधि तक स्थगित करना भी अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकारों के मापदंडों के अनुसार नहीं है। एमेनेस्टी इन्टरनेश्नल इंडिया ने बयान में बल दिया है कि घाटी में उल्लंघनों की समाप्ति उस समय तक नहीं हो सकती जब तक यहां के लोगों को इस मामले में बोलने की अनुमति नहीं दी जाती।