130 करोड़ लोगों को एकसाथ बदलना मुमकिन नहीं होगा- मोहन भागवत

   

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने शनिवार को कहा कि संघ का उद्देश्य भारत में परिवर्तन तथा उसे बेहतर भविष्य की ओर ले जाने के वास्ते देश के सभी समुदायों को संगठित करना है न कि केवल हिंदू समुदाय को।

उन्होंने यहां बुद्धिजीवियों की सभा में कहा कि सही तरीका यह है कि ऐसे उत्कृष्ट इंसान तैयार किये जाए जो समाज को बदलने तथा देश की कायापलट करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सके क्योंकि 130 करोड़ लोगों को एकसाथ बदलना मुमकिन नहीं होगा।

इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट कॉम के अनुसार, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख ने कहा कि समाज में बदलाव लाना जरूरी है ताकि देश की किस्मत बदले और इसके लिए उत्कृष्ट इंसान तैयार करना आवश्यक है, ऐसा इंसान जिसका साफ-सुथरा चरित्र हो और जो प्रत्येक सड़क तथा शहर में नेतृत्व करने में सक्षम हो। भागवत ओडिशा के नौ दिन के दौरे के लिए शनिवार को यहां पहुंचे।

सूत्रों ने बताया कि इस दौरान वह अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की पहली बैठक में शिरकत करेंगे। इस दौरान उनके साथ भैयाजी जोशी भी होंगे। उन्होंने बताया कि आरएसएस कार्यकारिणी समिति की बैठक यहां एक निजी विश्वविद्यालय में 16 से 18 अक्टूबर तक होगी।