संतों की मांग- ‘पीएम मोदी और सीएम योगी के जमाने में बने राम मंदिर’

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अयोध्या में मणि रामदास छावनी में विराट संत सम्मेलन में राम मंदिर मुद्दे पर संतो ने देर शाम तक चर्चा की। संतों का मत है कि पीएम नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के शासन काल में ही राम मंदिर का निर्माण होगा। संतों का मानना है कि सुप्रीम कोर्ट से निर्णय नही हुआ तो केंद्र की सरकार संसद में कानून बना कर राम मंदिर का निर्माण करेगी।

वहीं, संत सम्मेलन में पहुंचे उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने संतों के बीच खुद को रामभक्त व कारसेवक कहकर राम मंदिर को लेकर एक संदेश देने का प्रयास किया।

ज़ी न्यूज़ पर छपी खबर के अनुसार, केशव प्रसाद मौर्य ने राम मंदिर पर कहा कि जो संतों की भावना है, वह जल्दी ही पूरी होगी। जन्म स्थान पर ही राम मंदिर का निर्माण होगा। उन्होंने कहा कि मामला सुप्रीम कोर्ट में है।

कोर्ट का निर्णय आ जाए या सुलह से मसला हल हो जाये. यह दोनों विकल्प यदि फेल होते हैं तो कानून बना कर राम मंदिर का निर्माण होगा। मौर्य ने कहा कि जबतक राम मंदिर के शिखर पर कलश स्थापित नही हो जाता है तबतक राम मंदिर की चर्चा होती रहेगी।

अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि न्यास अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास के 81वें जन्मोत्सव में आयोजित विराट संत सम्मेलन मणि रामदास छावनी में आयोजित हुआ। इसमें जगतगुरू रामभद्राचार्य, शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती समेत देश विदेश से आये संत शामिल हुए।

संत सम्मेलन में जगतगुरू रामभद्राचार्य ने घोषणा करते हुए कहा कि एक वर्ष के अंदर राम मंदिर निर्माण शुरू हो जाएगा। यह उनकी भविष्यवाणी है। जो कभी गलत नही होती है. उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी के लिए भी भविष्यवाणी की थी कि लोकसभा चुनाव में 300 से ऊपर सीट मिलेंगी. जो सही साबित हुई।