30 साल पुराने केस में उम्रकैद की सजा पा चुके IPS ऑफिसर संजीव भट्ट ने अपने परिवार को एक इमोशनल लेटर लिखा है. लेटर में संजीव ने पत्नी श्वेता और बच्चों समेत समर्थकों को संबोधित किया है.
बता दें संजीव भट्ट को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ मोर्चा खोलने के लिए जाना जाता है. गुजरात दंगों के वक्त वे प्रदेश पुलिस में सीनियर पोस्ट पर थे.
This is Shweta Sanjiv Bhatt,
In Sanjiv's absence, I have been his voice for the past 11 months…Today, Sanjiv himself has something to say to all of us, from Palanpur through this letter.
1/2https://t.co/n4FTMcOZvT pic.twitter.com/dJZSPHK1DI— Sanjiv Bhatt (IPS) (@sanjivbhatt) August 2, 2019
उन्होंने लेटर में अपने परिवार का शुक्रिया अदा करते हुए लिखा,’ मैं जो भी कुछ हूं वो आपकी वजह से हूं. आप मेरी ताकत और प्रेरणा हैं. आप वो ईंधन हैं जिससे तमाम विरोधाभासों के बावजूद मेरी आदर्शवाद की भट्टी जलती रही.’
अपनी पत्नी श्वेता को संबोधित करते हुए उन्होंने लिखा, पिछले कुछ साल तुमपर और बच्चों के लिए आसान नहीं रहे हैं. तुम सबने खुद से मेरे फैसलों के लिए अपना सबकुछ न्यौछावर कर दिया. मैंने सबकुछ उस चीज के लिए दांव पर लगाया जो हम सबसे बड़ी थी.
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लेटर में भट्ट ने पत्नी से उनके टूटते मकान को लाचार होकर देखने के लिए भी अफसोस जताया. बता दें भट्ट के घर के कुछ हिस्से को पिछले साल अहमदाबाद म्यूनिसिपल कारपोरेशन ने गैरकानूनी करार देते हुए गिरा दिया था.
संजीव भट्ट ने अपने बेटे शांतनु का अपनी मां के साथ खड़े रहने के लिए भी शुक्रिया अदा किया है. बेटी आकाशी को संजीव भट्ट ने लिखा, ‘मैं नहीं चाहता कि मेरे फैसलों की वजह से तुम्हारी जिंदगी की दिशा भ्रमित हो जाए. मैं केवल अंदाजा लगा सकता हूं कि यह सब कितना कठिन रहा होगा.’
लेटर के आखिरी पेज में उन्होंने अपने उन दोस्तों और समर्थकों का शुक्रिया अदा किया है जो उनके और परिवार के साथ मुश्किल वक्त में खड़े रहे.
बता दें IPS अधिकारी रहे संजीव भट्ट को कुछ साल पहले नौकरी से सस्पेंड कर दिया गया था. हाल ही में उन्हें एक 30 साल पुराने कस्टोडियल डेथ के केस में सजा सुनाई गई है.
साभार- ‘दि क्विंट हिन्दी’