फिनलैंड की सना बनी दुनिया की सबसे कम उम्र की प्रधानमंत्री

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सिर्फ 34 साल की उम्र में दुनिया की सबसे कम उम्र की सना मारिन फिनलैंड की नई प्रधानमंत्री बनी हैं । वह देश के राजनीतिक इतिहास में सबसे युवा प्रधानमंत्री हैं। बता दें कि फिनलैंड के पूर्व प्रधानमंत्री साउली निनीस्तो के पद से इस्तीफा देने के बाद से सना मारिन के प्रधानमंत्री बनने के कयास लगाए जा रहे थे। हालांकि, ऐसा नहीं है कि वह सीधे ही प्रधानमंत्री के पद पर काबिज हो गई हैं। इससे पहले वह परिवहन और संचार मंत्री भी रही हैं।

इसके साथ 34 वर्षीय मारिन दुनिया की सबसे युवा प्रधानमंत्री बन गईं हैं। इसके पूर्व यह खेताब यूक्रेन के प्रधानमंत्री ओलेक्‍सी होन्‍चेरुक के नाम था। उव वक्‍त वह दुनिया के सबसे युवा प्रधानमंत्री थे, लेकिन मारिन ने 34 वर्ष में यह पद धारण कर सबसे युवा प्रधानमंत्री का खेताब अपने नाम कर लिया है।

प्रधानमंत्री पद के लिए चुने जाने के बाद मारिन ने कहा कि मैंने अपनी उम्र या लिंग के बारे में कभी नहीं सोचा। मैं मेरे राजनीति में आने के कारणों और उन चीजों के बारे में सोचती हूं, जिनके लिए मतदाताओं ने हम पर भरोसा जताया है।

इन दिनों फ‍िनलैंड राजनीतिक स्थिरता के दौर से गुजर रहा है। इसकी शुरुआत डाक कर्मचारियों की हड़ताल से हुई। हालांकि यह 27 नवंबर को समाप्‍त हो गई, लेकिन अभी तक यह अस्थिर रहा है। दरअलस, 700 डाक कर्मचारियों की मजदूरी में कटौती की योजना पर कई हफ्तों के राजनीतिक संकट के बाद रिन्‍ने ने पद छोड़ दिया था। इस हड़ताल के बाद निष्क्रियता के कारण साउली निनीस्‍तो ने अपना विश्‍वास खो दिया।

कौन हैं सना मारिन

मारिन का जन्‍म 16 नवंबर 1985 को फ‍िनलैंड में हुआ था। वर्ष 2015 में वह संसद सदस्‍य के रूप में निर्वाचित हुईं। पहली बार वह 2019 में सरकार में शामिल हुईं। सरकार में वह परिवहन व संचार मंत्री बनीं।

वर्ष 2012 में वह प्रशासनिक विज्ञान में टैम्पियर विश्‍वविद्यालय से स्‍नातक की डिग्री हासिल की। इसके बाद वह राजनीति में सक्रिय हुईं। 2017 में उन्‍हें सिटी काउंसिल में चुना गया। मारिल समान लिंग वाले पार्टनर की संतान हैं।