सरफराज अहमद को पाकिस्तान की टेस्ट व टी-20 क्रिकेट टीम के कप्तान पद से हटाए जाने के फैसले से इटावा में रहने वाले उनके मामा महबूब हसन बेहद दुखी हैं।
Cricket fans in Karachi plan to gather outside residence of Sarfaraz Ahmed on Sunday evening to express solidarity with him and to protest against PCB’s decision to remove him as T20i captain. pic.twitter.com/ZtBoTiGzuf
— Faizan Lakhani (@faizanlakhani) October 19, 2019
शुक्रवार को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने सरफराज को क्रिकेट के दोनों फॉर्मेट की कप्तानी से हटाने का फैसला लिया। उनकी जगह अजहर अली को टेस्ट और बाबर आजम को टी20 की कमान दी गई।
सरफराज के मामा ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड पर भेदभावपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “पाक के हालात अच्छे नहीं हैं। वहां भारतीय मुसलमानों को मुहाजिर का दर्जा दिया गया है।”
सरफराज को ऑस्ट्रेलिया के साथ आगामी टेस्ट व टी-20 सीरीज के लिए भी टीम में नहीं शामिल किया गया है। महबूब बोले, “इसकी जानकारी उन्हें मीडिया से मिली।
पूर्व पाकिस्तानी कप्तान महबूब की बड़ी बहन अकीला बानो के पुत्र हैं। सरफराज के पिता शकील अहमद मूलरूप से फतेहपुर जिले के खागा तहसील के कबरे गांव के रहने वाले हैं। सरफराज के पिता 1957 में कराची चले गए थे।
जागरण डॉट कॉम के अनुसार, महबूब स्वयं प्रतापगढ़ जिले के कुंडा तहसील के दिलेरगंज के रहने वाले हैं। वह बताते हैं कि 17 अक्टूबर को उनकी सरफराज से मोबाइल पर बात हुई थी और उसने सभी का हालचाल पूछा था।
उसने बताया था कि आइपीएल की तर्ज पर पाकिस्तान में भी लीग हो रही है। उसमें खेलने के लिए क्वेटा व लाहौर आदि शहरों में जाना होता है।