सऊदी अरब: ड्रोन हमले के बाद अरामको में तेल उत्पादन रुका!

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सऊदी अरब की तेल कंपनी अरामको पर ड्रोन से हुए हमले के कारण प्रति दिन 5.7 मिलियन बैरल कच्चे तेल के उत्पादन को प्रभावित हुआ है, राज्य के स्वामित्व वाली तेल कंपनी ने इस बात की जानकारी दी।

एक टीवी द्वारा प्रसारित एक बयान में यमन के हुती विद्रोहियों ने दो सऊदी अरामको के कारखानों पर ड्रोन हमले की जिम्मेदारी ली है, हमले के कारण दुनिया की सबसे बड़ी तेल कंपनी में आग लग गई थी। विद्रोहियों ने सऊदी को चेतावनी दी है कि आगे साऊदी अरब पर बड़े तौर पर हमले किए जा सकते हैं।

अमर उजाला पर छपी खबर के अनुसार, कंपनी ने रविवार को एक बयान में कहा कि सऊदी अरामको के अब्कैक और खुरैस संयंत्रों पर आतंकवादियों द्वारा किए गए हमले के कारण आग लग गई।

इन हमलों के कारण प्रति दिन 5.7 मिलियन बैरल कच्चे तेल का उत्पादन निलंबित हो गया है। कंपनी ने पुष्टि की है कि हमले में कोई हताहत नहीं हुआ था।

सऊदी अरामको के प्रमुख अमीन नासर ने कहा कि हमें इस बात की संतुष्टि है कि इन हमलों से किसी को चोट नहीं आई। मैं उन सभी टीमों ने को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने घटना के समय तुरंत कार्रवाई की और स्थिति को नियंत्रण में ले आए। उत्पादन को बहाल करने के लिए काम चल रहा है और लगभग 48 घंटों में स्थिति को लेकर अपडेट दिया जाएगा।

सऊदी अरामको पर हुए हमले की अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम ने निंदा की है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के साथ टेलीफोन पर बातचीत की कहा की कि उनका प्रशासन स्थिति की निगरानी कर रहा है।

व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जड देयर ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण नागरिक क्षेत्रों और बुनियादी ढांचों के खिलाफ हिंसक कार्रवाइयां केवल संघर्ष और अविश्वास को गहराती हैं।

अमेरिकी सरकार स्थिति की निगरानी कर रही है और वैश्विक तेल बाजारों को स्थिर और अच्छी तरह से तेल की आपूर्ति करने के लिए प्रतिबद्ध है।