सऊदी अरब ने भारत के लिए एक बड़ा ऐलान किया है। सऊदी अरब में भारत के राजदूत ने कहा है कि सऊदी अरब तेल की सभी आपूर्ति को वो पुरा करेगा
Modi in Riyadh
Why partnership between India and Saudi Arabia suits strategic interests of both nations
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— The Times Of India (@timesofindia) October 31, 2019
न्यूज़ ट्रैक पर छपी खबर के अनुसार सऊदी अरब में भारत के राजदूत औसाफ सईद ने बताया है कि सऊदी अरब ने भारत को आश्वासन दिया है कि वे तेल का एक विश्वसनीय और भरोसेमंद स्रोत बना रहेगा। भारत को जितने भी तेल की जरुरत होगी सऊदी उसे मुहैया कराएगा।
दरअसल सऊदी अरब की सरकारी तेल कंपनी अरामको की दो तेल रिफाइनरियों पर गत माह ड्रोन हमले हुए थे। कंपनी पर हमले के बाद कच्चे तेल की कीमतों में जोरदार तेजी आने की वजह से पेट्रोल और डीजल के भाव में भारी वृद्धि आई थी।
Modi will be delivering the keynote address at the third session of the Future Investment Initiative Forum in Riyadh, nicknamed "Davos in the Desert" https://t.co/IjOCHwuUYa
— Middle East Eye (@MiddleEastEye) October 30, 2019
पहले से ही आर्थिक मंदी से जूझ रहे भारत पर ये काफी भारी पड़ सकता था। इस कारण सरकार चिंतित थी और इसलिए, पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से नए सऊदी ऊर्जा मंत्री अब्दुल अजीज बिन सलमान से फोन पर चर्चा में कहा था की वे भारतीय सप्लाई को प्रभावित करने की इजाजत न दें।
भारत सऊदी अरब से तक़रीबन 18 प्रतिशत तेल खरीदता है। गत वर्ष भारत ने 39.8 मिलियन मीट्रिक टन तेल आयात किया था। वहीं भारत में 30 प्रतिशत एलपीजी सऊदी अरब से आती है।
सऊदी अरब दौरे पर गए पीएम मोदी ने अरामको झटके के बाद भी निरंतर तेल आपूर्ति के लिए किंग सलमान को व्यक्तिगत रूप से धन्यवाद दिया।
हाल ही में भारत और सऊदी अरब के बीच रणनीतिक साझेदारी परिषद समझौते पर दस्तखत किए गए जो व्यापार, निवेश, रक्षा, सुरक्षा और लोगों से लोगों की सगाई की निगरानी करेंगे।