सऊदी अरब कश्मीर की स्थिति पर चर्चा के लिए इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के सदस्य राष्ट्रों के विदेश मंत्रियों की बैठक बुलाने की योजना बना रहा है।
इंडिया टीवी सऊदी अ डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, सऊदी अरब के इस कदम को पाकिस्तान को खुश करने का प्रयास माना जा रहा है क्योंकि मलेशिया में हाल में मुस्लिम राष्ट्रों के एक सम्मेलन में पाकिस्तान ने भागीदारी नहीं की थी।
Saudi Arabia will be calling for a meeting of the OIC foreign ministers to discuss the situation in Kashmir | @Geeta_Mohan https://t.co/kMYI035I2y
— IndiaToday (@IndiaToday) December 29, 2019
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने रविवार को पुष्टि की कि उनका देश चाहता है कि कश्मीर में मानवाधिकारों की स्थिति पर चर्चा के लिये OIC के विदेश मंत्रियों की एक बैठक जल्द हो।
Modi has internationalised the Indian Muslim issue, but seems to have miscalculated his economic friendship with MbZ/S
Now the Muslim world is debating reactions to India's actions on Kashmir and CAA-NPR-NRC, and this includes an already angry Iran.— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) December 29, 2019
अपने गृह नगर मुल्तान में मीडिया से बात करते हुए कुरैशी ने कहा, ‘पाकिस्तान चाहता है कि कश्मीर में मानवाधिकार उल्लंघन पर OIC के विदेश मंत्रियों की बैठक जल्द हो।’
कुरैशी की यह पुष्टि मीडिया की उन खबरों के बाद आई है जिनमें कहा गया था कि सऊदी अरब ने अपने विदेश मंत्री शाहजादा फैसल बिन फरहान के जरिए इस हफ्ते पाकिस्तान को यह बताया था कि वह कश्मीर मुद्दे पर बैठक आयोजित करने की योजना तैयार कर रहा है।
सरकार द्वारा संचालित रेडियो पाकिस्तान की एक खबर में कहा गया कि OIC की मंत्रीस्तरीय बैठक इस्लामाबाद में अप्रैल 2020 में होने की उम्मीद है।
कुरैशी ने यह भी कहा कि पाकिस्तान उचित मंचों पर कश्मीर का मुद्दा उठाता रहा है और भारत पर नियंत्रण रेखा पर संघर्षविराम उल्लंघन का आरोप लगाया।
शाहजादा फैसल हाल में मुस्लिम राष्ट्रों के कुआलालंपुर सम्मेलन में पाकिस्तान के हिस्सा नहीं लेने पर अपने देश के नेतृत्व की ओर से आभार प्रकट करने के लिए एक दिन के दौरे पर आए थे।
प्रधानमंत्री इमरान खान ने मलेशिया की मेजबानी वाले सम्मेलन में पाकिस्तान की भागीदारी की पुष्टि की थी, लेकिन सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात के दबाव के कारण अंतिम समय में पाकिस्तान सम्मेलन में भाग लेने से पीछे हट गया।
कुरैशी ने फैसल को भारत द्वारा 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को खत्म किए जाने के बाद कश्मीर में हालात के बारे में बताया।
विदेश कार्यालय ने एक बयान में कहा, ‘दोनों विदेश मंत्रियों ने कश्मीर के मसले के संबंध में OIC की भूमिका पर चर्चा की।’ विदेश कार्यालय ने कहा कि उन्होंने संशोधित नागरिकता कानून और एनआरसी के संबंध में भारत सरकार की कार्रवाई और भारत में लगातार अल्पसंख्यकों को कथित तौर पर निशाना बनाए जाने का मुद्दा उठाया।
OIC ने एक संक्षिप्त बयान में पिछले सप्ताह कहा था कि वह भारत में मुस्लिम अल्पसंख्यकों को प्रभावित करने वाले हालिया घटनाक्रमों पर करीबी नजर रख रहा है।