जमाल ख़ाशुक़जी के बच्चों को ब्लड मनी के रुप में सऊदी अरब सरकार ने दिया पैस और घर!

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अमेरिकी नागरिक और सऊदी पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के मामले में सऊदी सरकार उनके बच्चों को ब्लड मनी दे रही है। खशोगी के बच्चों को सऊदी सरकार की ओर से लाखों डॉलर के घर मिले हैं।

इसके अलावा खशोगी के बच्चों को उनके पिता की हत्या के मुआवजे के रूप में पांच अंकों का भुगतान हर महीने मिलेगा। यह जानकारी सऊदी के वर्तमान एवं पूर्व अधिकारी और परिवार से जुड़े करीबी लोगों ने दी।

पहचान उजागर न करने के अनुरोध पर अधिकारियों ने कहा कि खशोगी के दो बेटों और दो बेटियों को ब्लड मनी को तौर पर भारी मात्रा में पैसे मिल सकते हैं, जो लाखों डॉलर हो सकते हैं।

खशोगी के हत्यारों का ट्रायल इस महीने के अंत तक खत्म हो जाएगा। अधिकारियों के मुताबिक बिना घोषित किए खशोगी के परिवार को पैसे देने का उद्देश्य ये हो सकता है कि वह छह महीने पहले इस्तांबुल में हुई अपने पिता की हत्या को लेकर सार्वजनिक बयान नहीं दें।

बताते चलें कि खशोगी के बच्चों ने अभी तक सऊदी की आलोचना नहीं की है, जबकि उनके पिता की मौत की दुनियाभर में निंदा की गई। यहां तक कि कुछ लोग दबी जुबान में इस मामले में सऊदी के राजकुमार मोहम्मद बिन सलमान को ही दोषी मानते हैं।

राजकुमार सलमान ने बीते साल के अंत में खशोगी के हर बच्चे को 10 हजार डॉलर या उससे अधिक की धनराशि प्रति माह देने और घर देने का फैसला किया था।

अधिकारियों ने बताया कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि बच्चों के साथ अन्याय हुआ है और अब गलत को सही करने की कोशिश की जा रही है। खशोगी की हत्या के बाद दुनियाभर में हो रही अपनी निंदा से बचने के लिए सऊदी शाही परिवार अपने धन का उपयोग कर रहा है।

खशोगी वाशिंगटन पोस्ट के लिए स्तंभ लिखते थे। उन्होंने सऊदी अरब के राजकुमार सलमान के शासन और उनके बेटे मोहम्मद बिन सलमान के खिलाफ भी कई लेख लिखे थे।

उनकी इस्तांबुल स्थित सऊदी दूतावास में 2 अक्तूबर को हत्या कर दी गई थी। ये हत्या सऊदी के 15 सदस्यीय दल ने की थी, जिन्हें रियाद से भेजा गया था। खशोगी का शव कभी बरामद नहीं हुआ है।

खशोगी का सबसे बड़ा बेटा सालह खशोगी एक बैंकर है और वह सऊदी में ही रहता है। वहीं, उसके भाई-बहन अमेरिका में रहते हैं और उम्मीद है कि वे सऊदी में अपनी नई संपत्ति बेच देंगे। माना जा रहा है कि सालह ने ही सऊदी सरकार से इस वित्तीय मदद के लिए बातचीत की थी।

बताते चलें कि शुरुआती समझौते के हिस्से के रूप में खशोगी के हर बच्चों को जेद्दा में 40 लाख डॉलर की कीमत के मकान दिए गए थे। यह संपत्ति एक साझा परिसर का हिस्सा हैं, जिसमें सबसे बड़े बेटे सलाहा खशोगी को को मुख्य इमारत पर कब्जा दिया गया है। बताया जाता है कि सलाह ने ही सऊदी अधिकारियों के साथ वित्तीय चर्चा की थी।

साभार- नई दुनिया जागरण डॉट कॉम