सऊदी अरब के धर्मगुरुओं की परिषद के तीन सदस्यों ने देश में फैलते धर्म विरोधी माहौल पर कड़े शब्दों में आपत्ति व्यक्त करते हुए एलान किया है कि वे धर्मगुरुओं की परिषद के होने वाले सम्मेलन में भाग नहीं लेंगे।
प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, सऊदी अरब में सक्रिय राजनीतिक कार्यकर्ता और विश्वविद्यालय के प्रोफेसर सईद बिन नासिर अलग़ामेदी ने विरोध करने वाले तीनों धर्मगुरुओं का नाम लिए बिना अपने ट्विटर पेज पर लिखा है कि, इन विद्वानों को इस बात पर आपत्ति है कि देश में बढ़ती चरित्रहीनता और बदलते माहौल पर उन्हें बोलने का अधिकार नहीं दिया जा रहा है।
इस बीच सऊदी अरब में सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं, देश के पर्यटन और नेशनल हेरिटेज संस्था द्वारा मस्जिदों के अनादर किए जाने पर, हैशटैग का उपयोग कर रहे हैं।
पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, सोशल मीडिया पर लोग लिख रहे हैं कि सऊदी अरब की पवित्र धरती को इस देश के शासक अमेरिका और इस्राईल की मदद से मनोरंजन और दुनिया की अय्याशी का अड्डा बनाना चाहते हैं।
इस बीच सऊदी अरब सहित दुनिया भर के मुसलमान इस देश की मनोरंजन संस्थाओं द्वारा आयोजित किए जा रहे कार्यक्रमों का कड़ा विरोध कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि सऊदी अरब का पर्यटन और नेशनल हेरिटेज विभाग, जेद्दा में 18 जुलाई को एक म्यूज़िक कार्यक्रम का आयोजन करने जा रहा है जिसमें अमरीका की अश्लील गायिका नेकी मीनाज को निमंत्रण दिया गया है।
इस संबंध में सोशल मीडिया पर सऊदी अरब सहित दुनिया भर के यूज़र्स ने इस कार्यक्रम के विरोध में हैशटैग किया है और घोषणा की है कि बिन सलमान की बदलती हुई नीतियां सऊदी युवाओं के नैतिक पतन का कारण बनेंगी।
ज्ञात रहे कि ऊदी अरब में बिन सलमान ने युवराज बनने के बाद स्वयं को सुधारवादी के रूप में पेश करते हुए इस देश का धार्मिक, आर्थिक और सामाजिक ढांचा पूरी तरह नष्ट करने और विदेश नीति बदलने का बीड़ा उठा रखा है।