केरल के कोच्चि स्थित इंटरनेशनल ट्रांसशिपमेंट कंटेनर टर्मिनल में 25 टन पवित्र कुरान की किताबों की नीलामी की जाएगी।
जागरण डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, इन्हें छह महीने पहले सऊदी अरब से मलाप्पुरम स्थित एक कॉलेज के लिए भेजा गया था। कॉलेज ने इन किताबों की सीमा शुल्क देने में असमर्थता जताई थी।
मलाप्पुरम जिले में स्थित दारुल उलूम अरबी कॉलेज के प्राचार्य अब्दुल सलाम ने कहा, ‘मैं इतनी संख्या में पवित्र ग्रंथ पर दावा नहीं कर सकता, क्योंकि इसका सीमा शुल्क वहन नहीं कर सकता।’
उन्होंने कहा कि नीलामी के दौरान जब सीमा शुल्क विभाग इनका उचित मूल्य तय करेगा, तब वह इन्हें खरीद सकते हैं।
सलाम ने बताया कि आठ लाख रुपये सीमा शुल्क बताए जाने के बाद मैंने ही इन्हें नीलाम करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 में केरल में आई बाढ़ में उनके कॉलेज और आसपास में रहने वाले लोगों की काफी किताबें खराब हो गई थीं।
एक जानकार से बातचीत के बाद सऊदी अरब से ये किताबें मुफ्त में भेजी गई थीं।
इन्हें मुफ्त वितरित किया जाना था। उन्होंने कहा कि पूरे मामले को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की जा रही है, जिसे लेकर वह चिंतित हैं।
बताया जा रहा है कि सीमा शुल्क विभाग ने 21 जनवरी को होने जा रही ई-नीलामी के लिए इसकी न्यूनतम कीमत एक लाख रुपये रखी है।