प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को उत्तर प्रदेश के भदोई में चुनाव प्रचार किया। मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि सऊदी अरब की जेल में 850 भारतीय बंद हैं, जिन्हें रमजान से पहले भारत वापस लाया जाएगा।
Saudi Crown Prince to freed 850 Indians from jails on my request before Ramadan: PM Modi https://t.co/I3HiiWND2S pic.twitter.com/uwz9hqfoxw
— The Siasat Daily (@TheSiasatDaily) May 5, 2019
भास्कर डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, मोदी ने कहा, ”सभी लोग हज के लिए सऊदी अरब गए थे, लेकिन उनमें से कुछ को गलतियों के कारण जेल में बंद कर दिया गया। मैंने सऊदी के क्राउन प्रिंस से आग्रह किया था कि वे इन सभी 850 लोगों को पवित्र महीना रमजान से पहले मुक्त कर दें। उन्होंने हमारा आग्रह स्वीकार कर लिया था।”
PM Modi in Bhadohi: 850 people of our country were locked up in jails of Saudi Arabia. Its Crown Prince was visiting India. Month of Ramzan is approaching, I requested him to release them so that they come home for Ramzan. He accepted my proposal&released them even before Ramzan. pic.twitter.com/C2oJl5LnhD
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 5, 2019
विपक्ष को जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वे कहते हैं कि आतंकी मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगा, क्योंकि देश में चुनाव चल रहे हैं। वे आरोप लगाते हैं कि चुनाव में फायदा लेने के लिए यह सब मैंने किया।
उन्होंने कहा कि हर चीज को चुनाव के चश्मे से देखने की वजह से ही आज कांग्रेस और उसके साथियों की ये हालत हो गई है। पीएम मोदी ने कहा कि जब कोई आतंकी हमला होता है, तो सबको दर्द होता है। कश्मीर में हमला होता है भदोही रोता है।
Indians jailed in Saudi Arabia will come home before Ramzan: Modi#Indians #jailed #SaudiArabia #comehome #before #Ramzan #NarendraModi #Mahamilawat #RahulGandhi #Amethi #RaeBareli #LokSabhaElections2019 https://t.co/ffywAr0FRf
— PenNews (@pennewstweet) May 5, 2019
प्रधानमंत्री ने कहा- यदि देश में कोई आतंकी हमला होता है, तो सबको दुख होता है। जब हमारे वीर जवानों के पार्थिव शव तिरंगे में घर आते हैं, तो देश को दुख होता है।
जब बदले के लिए सर्जिकल स्ट्राइक की जाती है, तो देशवासियों को गर्व होता है। लेकिन, महामिलावटी नेताओं को दुख होता है। देश का विश्वस्तर पर सम्मान होता है, तो महामिलावटी नेता बिल्कुल भी खुश नहीं होते।