भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने कस्टमर्स को धोखाधड़ी से बचाने के अपने कस्टमर्स को एक बार फिर चेतावनी जारी की है। एसबीआई ने ट्वीट के जरिए अपने ग्राहकों चार्जिंग स्टेशनों पर मोबाइस चार्ज करते समय सावधान रहने को कहा है। SBI ने कहा है कि चार्जिंग स्टेशनों पर फोन प्लग इन करने से मालवेयर फोन में आ सकता है और हैकर्स को आपके पासवर्ड चुराने और डेटा को चुरा सकते हैं। जो आपका बैंक अकाउंट खाली करने के लिए काफी है।
USB चार्जर करा सकता है भारी नुकसान
एसबीआई ने आगे कहा है कि चार्जिंग स्टेशनों पर मौजूद USB चार्जर का इस्तेमाल न करें इससे आपका डाटर चारी हो सकता है जो आपके बैंक अकाउंट को खाली भी कर सकता है। इसे ‘जूस जैकिंग’ कहते हैं।
जूस जैकिंग से बचने के लिए बैंक ने कहा है कि चार्जिंग स्टेशन पर केवल इलेक्ट्रिकल आउटलेट यानी इलेक्ट्रिकल सॉकेट से फोन को डायरेक्ट चार्ज करें। इसके लिए अपनी चार्जिंग केबल इस्तेमाल करें। अगर आप पोर्टेबल बैटरी/पावर बैंक का इस्तेमाल कर रहे हैं तो इन्हें अच्छे ब्रांड और सही वेंडर से ही खरीदें।
Think twice before you plug in your phone at charging stations. Malware could find a way in and infect your phone, giving hackers a way to steal your passwords and export your data.#SBI #Malware #CyberAttack #CustomerAwareness #Cybercrime #SafeBanking #JuiceJacking pic.twitter.com/xzSMNNNv4U
— State Bank of India (@TheOfficialSBI) December 7, 2019
जूस जैकिंग क्या है?
‘जूस जैकिंग’ एक तरह का साइबर अटैक है, जिसमें सार्वजनिक यूएसबी पोर्ट के ज़रिए आपके मोबाइल को संक्रमित किया जाता है और आपके मोबाइल में मालवेयर इंस्टॉल कर दिया जाता है, जो आपकी निजी जानकारी को साइबर अपराधी तक पहुंचाने में सक्षम होते हैं।