नए कृषि कानूनों के खिलाफ केंद्र की मोदी सरकार और किसानों के बीच चल रहा विवाद खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है।
इंडिया डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, दिल्ली के विभिन्न बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन पिछले 69 दिनों से जारी है।
वहीं, मंगलवार को किसानों के विरोध प्रदर्शन को लेकर संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में भी गतिरोध बरकरार रहा और दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित रही।
विपक्ष कृषि कानूनों, किसानों के मुद्दे पर चर्चा कराए जाने की मांग पर अड़ा रहा।
वहीं, आज भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत हरियाणा के जींद में होने वाली महापंचायत में शामिल हुए हैं जहां उनका स्वागत करने के लिए कई क्विंटल फूल मंगवाए गए हैं।
इसी के साथ 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा से जुड़ी याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को सुनवाई करने से इनकार कर दिया है।
सुप्रीम कोर्ट ने गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय राजधानी में ट्रैक्टर रैली की हिंसा की जांच की मांग वाली याचिकाओं का सुनवाई करने से इनकार कर दिया।
दिल्ली हिंसा में जांच की मांग करने वाली याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को कहा कि सरकार मामले को देख रही है।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस मामले में आपको जो भी कहना है, आप सीधे सरकार को ज्ञापन दीजिए. देश के प्रधान न्यायाधीश एस ए बोबडे ने इन याचिकाओं पर सुनवाई करने से इनकार करते हुए कहा, ”हमने पीएम का भी बयान देखा है कि मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है।
कानून अपना काम करेगा। हम दखल नहीं देना चाहते, आप सरकार को ज्ञापन दें।