क्या कश्मीर में कुछ बड़ा होने वाला है? ये सवाल किया है पूर्व आईएएस अधिकारी और जम्मू-कश्मीर पीपल्स मूवमेंट (जेकेपीएम) के अध्यक्ष शाह फैसल ने। दरअसल गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को ये ऐलान किया कि जम्मू-कश्मीर में अतिरिक्त सुरक्षबलों की तैनाती की जाएगी।
वहीं राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल जम्मू-कश्मीर के दौरे पर थे। इस पर शाह फैसल ने चिंता जताते हुए कहा कि जम्मू में इस बात को लेकर अफवाह है कि घाटी में कुछ बड़ा होने वाला है।
If a conflagration occurs don’t say we weren’t warned!Govt to abrogate Article 35A, will move 10k more paramilitary troops to J&K: https://t.co/1ftnJ56EqL Why not wait for SC to decide petitions on this issue before taking precipitate action? Govt often hides behind “subjudice”!
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) July 28, 2019
नवजीवन हिन्दी पर छपी खबर के अनुसार, शाह फैसल ने ट्वीट कर कहा, गृह मंत्रालय की ओर से कश्मीर में सीआरपीएफ के 100 अतिरक्त जवानों की कंपनी तैनात करना चिंता पैदा कर रहा है। इसके बारे में किसी को जानकारी नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि इस बात की अफवाह है कि घाटी में कुछ बड़ा भयानक होने वाला है। क्या यह अनुच्छेद 35ए को लेकर है?
इस मामले में जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी एक ट्वीट को रीट्वीट किया है। इस ट्वीट में लिखा है, ‘क्या सरकार यह स्पष्ट करेगी कि जब 35ए की बात चल रही है, तो जम्मू कश्मीर में सरकार अतिरक्त सुरक्षा बल भेजकर आग भड़काने का प्रयास कर रही है।’
बता दें कि शुक्रवार को गृह मंत्रालय ने एक बयान जारी किया था, जिसके मुताबिक घाटी में सीआरपीएफ की 50, बीएसएफ की 10, एसएसबी की 30, आईटीबीपी की 10 कंपनियां तैनात की जाएंगी।
जम्मू और कश्मीर पुलिस के महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा कि उन्होंने पहले ही उत्तरी कश्मीर में तैनाती के लिए इन सैनिकों की जरुरत बताई थी।
दिलबाग सिंह ने कहा, ‘उत्तरी कश्मीर में सैनिकों की संख्या कम है और इसलिए हमें अतिरिक्त सैनिकों की जररुत है। 100 कंपनियों को एयरलिफ्ट किया गया है। इसकी ही हमने मांग की थी।’