यूपी और दिल्ली में महागठबंधन की उम्मीद बरकरार!

,

   

कांग्रेस और सपा-बसपा गठबंधन के बीच उत्तर प्रदेश में पीछे के दरवाजे से बात हुई। कांग्रेस को गठबंधन ने 9 सीटें ऑफर की हैं। इनमें से 2 सीटें अमेठी और रायबरेली हैं। यूपी में कांग्रेस के धीमे हुए प्रचार अभियान के पीछे यह भी है।

ठीक इसी तरह दिल्ली में भी महागठबंधन की उम्मीद बरकरार है। केजरीवाल के साथ कांग्रेस गठबंधन कर सकती है। जानकारों की मानें तो अगर कांग्रेस ‘आप’ की गठबंधन हुई तो सभी सीटों पर बीजेपी हार सकती है।

प्रियंका गांधी ने फरवरी की शुरूआत में लखनऊ का दौरा किया था। उसके बाद उन्होंने किसी प्रकार का चुनाव अभियान नही किया, बस शहीद परिवार से मिलने पश्चिमी उत्तर प्रदेश गई थीं।

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी फिलहाल यूपी से दूर हैं। एयर स्ट्राइक के बाद बदली परिस्थितियों में विपक्ष को एकजुट रखने की कोशिश के तहत नई प्रक्रिया शुरू की गई है। राष्ट्रीय स्तर के बड़े नेताओं ने यूपी में विपक्ष को एकजुट रखने के लिए कांग्रेस और सपा-बसपा से बात की।

प्रियंका गांधी 8 मार्च के आसपास से यूपी दौरे का दूसरा चरण शुरू कर सकती हैं। अंतिम फैसला कुछ दिनों में किए जाने की संभावना है। प्रियंका की वजह से ही 2017 में विधानसभाचुनाव में प्रशांत किशोर के जरिए यूपी में सपा से गठबंधन किया था। अन्य राज्यों में भी कांग्रेस नए सिरे से गठबंधन की कोशिश करेगी।

पंजाब केसरी पर छपी खबर के अनुसार, राहुल गांधी द्वारा गठबंधन मामलों के लिए बनाई एके एंटोनी कमेटी सभी राज्यों में गठबंधन की संभावना को नए सिरे से देख रही है। दिल्ली में इसी क्रम में आप से भी गठबंधन के विकल्प पर चर्चा हो रही है। झारखंड, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, बिहार में गठबंधन पर बातचीत अंतिम चरण में है। अगले दो हफ्ते में कांग्रेस सभी राज्यों में तस्वीर साफ कर देगी।