शिवसेना का बड़ा बयान- बीजेपी अगर सरकार नहीं बना रही मतलब..?

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महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 9 नवंबर को खत्म होने जा रहा है। अभी भी यह असमंजस बरकरार बना हुआ है कि अगली सरकार किसकी होगी।

खास खबर पर छपी खबर के अनुसार, मुख्यमंत्री पद को लेेकर भाजपा-शिवसेना में तकरार बनी हुई है। इसी बीच आज भाजपा का एक दल प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील की अगुवाई में राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी से मिला। इनके साथ होगा मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस का दिया हुआ एक संदेश जो वो राज्यपाल के साथ साझा करेंगे।

शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि शिवसेना अब भी सीएम पद की मांग पर कायम है। गवर्नर से मिलने के बाद बीजेपी नेताओं की प्रेस कॉन्फ्रेंस के जवाब में राउत ने कहा कि बीजेपी यदि सरकार नहीं बना रही है तो साफ है कि उसके पास बहुमत नहीं है।

वे राष्ट्रपति शासन लगाने की मंशा रखते हैं। यदि वे सरकार नहीं बना पा रहे हैं तो फिर बताएं कि हमारे पास बहुमत नहीं है। यदि वे राज्यपाल से मिलकर आए हैं तो उन्हें 145 विधायकों की सूची उन्हें सौंपनी चाहिए थी।

राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी से मिलने के बाद भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष चंदक्रांत पाटिल ने कहा कि महाराष्ट्र चुनाव में जनता ने महायुति की सरकार बनाने का बहुमत दिया है।

अर्थात भाजपा और शिवसेना को बहुमत दिया है। जनता चाहती है कि भाजपा व शिवसेना मिलकर सरकार बनाएं। राज्यपाल को वर्तमान स्थिति से अवगत कराया गया है।

मुंबई में राजभवन में बीजेपी का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल कोश्यारी भगत से मिलने के लिए पहुंच गया है।

मुंबई में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पार्टी के विधायकों के साथ बैठक के बाद बड़ा बयान देते हुए कहा कि जो पहले तय हुआ था, हमें वह चाहिए।

उन्होंने कहा कि बीजेपी नेताओं से मेरी कोई भी सीधी बात नहीं हुई है, हमारे पास सभी विकल्प हैं, लेकिन हम नहीं चाहते हैं कि उन पर हम विचार करें। उद्धव ठाकरे के इस बयान से साफ हो गया है कि सीएम पद पर फिलहाल वह कोई समझौता नहीं करने जा रही है।

शिवसेना के विधायकों को रंगशारदा होटल ले जाया जा रहा है।
विधायकों के तोड़-फोड़ के भय से ये कदम उठाया गया है। शिवसेना के विधायकों की विधायकों की बैठक अब खत्म हो गई है। विधायकों को हिदायत दी गई है कि बैठक के बारे में बाहर किसी को भी जानकारी नहीं दें।