शिवसेना ने चुनाव परिणाम आने के बाद बीजेपी को चेतावनी दी है, शिवसेना ने मुखपत्र सामना में लिखा है कि यह महाजनादेश नहीं है, सिर्फ़ जनादेश है
#Breaking | @ShivSena sounds stern warning to BJP.
‘Don’t be arrogant over power’, warned Shiv Sena in an editorial.TIMES NOW’s Aruneel with details. Listen. | #Maha5050Twist pic.twitter.com/epHxdVfI8e
— TIMES NOW (@TimesNow) October 25, 2019
खास खबर पर छपी खबर के अनुसार, महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर हुए चुनावों के नतीजे आ गए हैं। भाजपा को 105 सीटें मिली हैं। यह सीटें 2014 के विधानसभा चुनाव की तुलना में बहुत कम है। वहीं शिवसेना को 56 सीटें मिली हैं। वे अबकी बार गत विधानसभा चुनाव की तुलना में कमजोर हुई है।
The Sena has won 56 seats, as against 62 in 2014. https://t.co/xFqMle26XF #ShivSena #MaharashtraAssemblyPolls
— The Hindu (@the_hindu) October 25, 2019
सामना से लिखा हमला
दूसरी ओर, शिवसेना के मुखपत्र सामना के संपादकीय में शिवसेना का कहना है कि यह महाजनादेश नहीं है। सामना में पार्टी ने लिखा है कि महाराष्ट्र की जनता का रुझान सीधा और साफ है।
अति नहीं, उन्माद नहीं वर्ना खत्म हो जाओगे, ऐसा जनादेश ईवीएम की मशीन से बाहर आया। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को आखिरी समय तक यह आत्मविश्वास था कि ईवीएम से केवल कमल ही बाहर आएगा।
ये महाजनादेश नहीं है
शिवसेना ने कहा कि यह महाजनादेश नहीं बल्कि जनादेश है। इसे मानना पड़ेगा। जनता के निर्णय को अपनाकर बड़प्पन दिखाना पड़ता है। सामना में लिखा है कि महाराष्ट्र में अपेक्षा अलग नतीजे आए हैं।
जनाधार कम हो गयी है
2014 में गठबंधन नहीं था। 2019 में गठबंधन के बावजूद सीटे कम हाे गई है। बहुमत मिला लेकिन कांग्रेस-एनसीपी (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) मिलकर 100 सीटों पर पहुंच गई। ये एक तरह से सत्ताधारियों को सबक के रूप में है।
पार्टी ने आगे कहा कि जनता ने धौंस, दहशत और सत्ता की मस्ती से प्रभावित न होते हुए जो मतदान किया है उसके लिए उसका अभिनंदन है।